व्हाइट हाउस में लगा लॉकडाउन, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
वाशिंगटन: अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में मंगलवार दोपहर एक घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया। व्हाइट हाउस के नॉर्थ लॉन में एक अज्ञात शख्स ने कोई वस्तु फेंकी, जिसके बाद सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया। यह घटना उस समय हुई जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पेंसिलवेनिया के कार्यक्रम के लिए रवाना होने वाले थे, जिससे पूरे परिसर में हड़कंप मच गया।
मंगलवार दोपहर को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सरकारी निवास व्हाइट हाउस के नॉर्थ लॉन में एक अज्ञात शख्स ने संदिग्ध वस्तु फेंकी, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में हलचल मच गई और परिसर को तुरंत लॉकडाउन कर दिया गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मीडिया को तुरंत ब्रीफिंग रूम में भेजा गया। करीब आधे घंटे की बेचैनी और छानबीन के बाद सीक्रेट सर्विस ने स्थिति सामान्य होने की घोषणा करते हुए ‘ऑल-क्लियर’ का संदेश दिया और पत्रकारों को दोबारा बाहर जाने की अनुमति दे दी गई।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, एक अज्ञात व्यक्ति ने व्हाइट हाउस की बाड़ के पार कोई वस्तु फेंकी थी। बाद में जांच में सामने आया कि वह वस्तु दरअसल एक साधारण मोबाइल फोन था। इस घटना पर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बयान जारी करते हुए बताया कि वाकई एक मोबाइल फोन फेंका गया था, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि महज फोन मिलने पर इतनी कड़ी सुरक्षा प्रक्रिया क्यों अपनाई गई।
यह घटना ऐसे वक्त पर सामने आई है, जब ठीक एक साल पहले डोनाल्ड ट्रंप पर एक अन्य हमले ने पूरे अमेरिका को हिला दिया था। उस हमले में राष्ट्रपति ट्रंप के कान से खून निकल आया था। वहीं, एक दमकलकर्मी की मौत हो गई थी और दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस वारदात ने अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा दी थी और व्हाइट हाउस की सुरक्षा व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे।
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आज तक जांच एजेंसियां यह पता नहीं लगा सकीं कि थॉमस मैथ्यू क्रूक्स ने फायरिंग क्यों की थी। यह हमला आज भी अमेरिका के सबसे रहस्यमय और चौंकाने वाले राजनीतिक हमलों में गिना जाता है।
व्हाइट हाउस में हुई इस घटना के बाद यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या अब वहां की सुरक्षा व्यवस्था इतनी चौकस हो गई है कि मामूली सी हरकत पर भी बड़ी प्रतिक्रिया दी जा रही है? सोचने वाली बात यह है कि यह वाकया तब हुआ जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पेंसिलवेनिया में एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे।