कॉन्सेप्ट फोटो (सोर्स-सोशल मीडिया)
मॉस्को: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले ढाई साल से जारी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। मंगलावर को भी यूक्रेन ने रूस की राजधानी पर ड्रोन हमलों के जरिए कहर बरपाया। यूक्रेन के ड्रोन्स ने रूस की राजधानी मॉस्को के कई क्षेत्रों को निशाना बनाया है। इस ड्रोन अटैक को यूक्रेन की तरफ से किया गया अब तक का सबसे बड़ा अटैक माना जा रहा है।
यह इस महीने रूस पर दूसरा बड़ा यूक्रेनी ड्रोन हमला था। एक सितंबर को रूसी सेना ने कहा था कि उसने एक दर्जन से अधिक रूसी क्षेत्रों में यूक्रेन द्वारा दागे गए 158 ड्रोन को मार गिराया है, जिसे रूसी मीडिया ने युद्ध की शुरुआत के बाद से सबसे बड़ा यूक्रेनी ड्रोन हमला बताया था।
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रूस की जांच समिति ने एक आतंकवादी हमले के रूप में वर्णित इस हमले की आपराधिक जांच की घोषणा की थी। मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने कहा कि सोमवार को मॉस्को में हुए ड्रोन हमले का मलबा शहर के बाहरी इलाके में एक निजी घर पर जा गिरा, लेकिन इसमे कोई हताहत नहीं हुआ, उन्होंने मॉस्को की ओर बढ़ रहे दर्जनों ड्रोन को देखा जिन्हें शहर के करीब आते ही सेना ने मार गिराया।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने नौ रूसी क्षेत्रों में यूक्रेन द्वारा दागे गए कुल 144 ड्रोन को मार गिराया। इस बीच संयुक्त राष्ट्र के अनुसार रूस ने यूक्रेन पर मिसाइलों, ग्लाइड बमों और अपने ड्रोन से हमला किया है, जिसमें 10,000 से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है।
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यूक्रेनी अधिकारियों ने शिकायत की है कि देश के पश्चिमी भागीदारों द्वारा दिए गए हथियार यूक्रेनी सेना की ज़रूरतों के हिसाब से कम हैं और सामान्य तौर पर वादा किए जाने के काफी समय बाद आते हैं। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रक्षा कंपनियों से अपना उत्पादन बढ़ाने का आग्रह किया है।
-एजेंसी इनपुट के साथ