
पाकिस्तानियों को UAE नहीं देगा वीजा, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Pakistani Workers in UAE: पाकिस्तान के लिए आर्थिक और कूटनीतिक मोर्चे पर एक और झटका सामने आया है। देश के गृह मंत्रालय ने सीनेट मानवाधिकार समिति को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में बताया है कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने पाकिस्तान के नागरिकों को वीजा जारी करना लगभग बंद कर दिया है।
मंत्रालय ने स्वीकार किया कि यूएई की ओर से वीजा देने से इनकार किए जाने के पीछे मुख्य कारण वहां पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा बढ़ते अपराध हैं।
डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने कहा कि भले ही यूएई और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से राजनीतिक, कूटनीतिक और व्यापारिक संबंध हैं, लेकिन इसके बावजूद यूएई पाकिस्तानी नागरिकों को नए वीजा जारी नहीं कर रहा है। यह स्थिति पाकिस्तान के लिए खासतौर पर चिंताजनक है, क्योंकि लाखों पाकिस्तानी यूएई में नौकरी और व्यापार के लिए बसे हुए हैं।
यूएई में पाकिस्तानी प्रवासियों की संख्या लगभग 19 लाख बताई जाती है, जिनमें से अधिकांश दुबई और अबूधाबी जैसे बड़े शहरों में रहते हैं। वर्क वीजा पर निर्भर देश की अर्थव्यवस्था के लिए यह स्थिति और भी गंभीर है। गल्फ न्यूज़ के मुताबिक, 2024 में करीब 64,000 पाकिस्तानी नागरिक वर्क वीजा पर यूएई गए थे। 2025 की शुरुआत में भी लगभग 13,000 लोगों को वर्क वीजा मिला, लेकिन मध्य-2025 आते-आते यूएई ने वीजा प्रक्रिया अचानक रोक दी।
सीनेट मानवाधिकार समिति की प्रमुख समीना मुमताज जेहरी ने बताया कि अपराधों में लगातार बढ़ोतरी के कारण यूएई अधिकारियों को सख्त कदम उठाने पड़े हैं। उन्होंने कहा कि वीजा पर “औपचारिक बैन” तो अभी नहीं है, लेकिन अगर यह लगा दिया गया तो उसे हटाना बेहद मुश्किल होगा।
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मंत्रालय की 2024 की पिछली रिपोर्टों में भी यह बात सामने आई थी कि पाकिस्तान से यूएई जाने वाले मजदूरों के खिलाफ चोरी, भीख मांगने, महिलाओं को ब्लैकमेल करने और बिना अनुमति वीडियो बनाने जैसी गंभीर शिकायतें लगातार बढ़ी हैं। यूएई ने पाकिस्तान सरकार को यह भी बताया था कि उसके श्रम बल में होने वाले कुल अपराधों का लगभग 50% हिस्सा पाकिस्तानी नागरिकों के कारण है।






