डोनाल्ड ट्रंप (फोटो- सोशल मीडिया)
Trump on UNGA Meeting: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज अपने दूसरे कार्यकाल में पहली बार 80वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में भाषण दिया। ट्रंप ने यहां एक बार फिर अपने लिए नोबेल पुरस्कार की मांग करते हुए दावा किया कि उन्होंने राष्ट्रपति बनने के बाद भारत-पाकिस्तान संघर्ष समेत सात बड़े युद्ध रुकवाए हैं।
Classic Trump dresses down UN in his GA speech: ‘All they seem to do is write strongly-worded letter, and then never follow that letter up It’s empty words, and empty words don’t solve war’ ‘I should get the Nobel Peace Prize’ https://t.co/qMEYvcovIO pic.twitter.com/pDSJqRdzt4 — RT (@RT_com) September 23, 2025
ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाने का श्रेय लेते हुए कहा, मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध में बदलते संघर्ष समेत सात बड़े युद्ध रुकवाया, लेकिन संयुक्त राष्ट्र से मुझे एक फोन कॉल तक नहीं आया। इसके साथ ही उन्होंने अपने कार्यकाल में अमेरिका की ताकत और उपलब्धियों का जिक्र करते हुए इसे ‘अमेरिका का गोल्डन एज’ बताया।
डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि सिर्फ सात महीनों के भीतर उन्होंने सात “अंतहीन युद्धों” को खत्म कर दिया। उनके मुताबिक ये युद्ध दशकों से चल रहे थे कुछ 31 साल और एक तो 36 साल से। ट्रंप ने कहा कि इन संघर्षों में अनगिनत लोग मारे जा रहे थे, लेकिन उनकी कोशिशों से इन्हें रोक दिया गया। उन्होंने जिन युद्धों का जिक्र किया, उनमें कंबोडिया-थाईलैंड, सर्बिया, कांगो-रवांडा,भारत-पाकिस्तान, इजराइल-ईरान, मिस्र-इथियोपिया और आर्मेनिया-अजरबैजान शामिल हैं।
हालांकि, भारत कई बार ये ट्रंप के दावे को गलत बता चुका है और दावा करता आया है कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम में किसी तीसरे पक्ष की कोई भी भूमिका नहीं थी। यहां तक हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने यह स्वीकार किया कि युद्ध रुकवाने के अमेरिका प्रस्ताव के लिए पाकिस्तान तैयार था, लेकिन भारत ने इससे साफ इनकार कर दिया था। इसके बाद ही ट्रंप ने अपने दावे पर अड़े रहे औऱ एक फिर दोनों देशों के बीच सीजफायर करवाने का श्रेय लेते नजर आए।
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डोनाल्ड ट्रंप ने फिलिस्तीन को मान्यता देने के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि, ऐसा करना शांति चाहने वाले देशों के लिए सही नहीं है। उन्होंने इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा कि फिलिस्तीन को एक स्वातंत्र राष्ट्र के तौर पर मान्यता देना हमास के लिए बहुत बड़ी बात होगी। जो लोग शांति के पक्ष में हैं, उन्हें सबसे पहले बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए एक साथ आना चाहिए। गाजा में युद्ध तुरंत बंद होना चाहिए और सभी 20 बंधकों को बिना किसी देरी के छोड़ा जाना चाहिए।