मध्य प्रदेश के इंदौर सेंट्रल कोतवाली थाना पुलिस का कहना है कि जर्जर हो चुकी बिल्डिंग को खाली करने को कहा गया था, लेकिन किसी ने बात नहीं सुनी और हादसा हो गया। बिल्डिंग गिरते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई और आसपास के लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। सूचना मिलते ही नगर निगम और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। हादसे में घायल लोग मुख्य रूप से फर्नीचर व्यापार से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं।
हादसे के वक्त बिल्डिंग में करीब 14 से 15 लोग मौजूद थे। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों की मदद से कई घायलों को मलबे से निकाला गया और एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया। नगर निगम की टीम ने भारी मशीनरी की मदद से मलबा हटाने का काम शुरू किया।
मध्य प्रदेश के इंदौर सेंट्रल कोतवाली थाना पुलिस का कहना है कि जर्जर हो चुकी बिल्डिंग को खाली करने को कहा गया था, लेकिन किसी ने बात नहीं सुनी और हादसा हो गया। बिल्डिंग गिरते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई और आसपास के लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। सूचना मिलते ही नगर निगम और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। हादसे में घायल लोग मुख्य रूप से फर्नीचर व्यापार से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं।
हादसे के वक्त बिल्डिंग में करीब 14 से 15 लोग मौजूद थे। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों की मदद से कई घायलों को मलबे से निकाला गया और एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया। नगर निगम की टीम ने भारी मशीनरी की मदद से मलबा हटाने का काम शुरू किया।