सर्बिया में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते लोग (फोटो- सोशल मीडिया)
बेलग्रेड: सर्बिया में सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। शनिवार को राजधानी बेलग्रेड की सड़कों पर हजारों लोग उतरे और सरकार विरोधी नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग है कि देश में समय से पहले आम चुनाव कराए जाएं। सर्बिया के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर वुसिस पिछले 12 साल से पद पर हैं, उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं।
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को हो रहे प्रदर्शन के तार आठ महीने पहले हुए एक ट्रेन हादसे से जुड़े हैं। आठ महीने पहले सर्बिया में एक ट्रेन स्टेशन की छत गिरने से दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 16 लोगों की दबकर मौत हो गई थी। इस त्रासदी के लिए आम जनता भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही को जिम्मेदार ठहरा रही है।
पिछले आठ महीनों से सर्बिया की जनता दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही थी, लेकिन जब कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो लोगों का धैर्य टूट गया। इसके विरोध में वे सड़कों पर उतर आए और राष्ट्रपति एलेक्जेंडर वुसिस के इस्तीफे की मांग करने लगे।
🔴 🚨 Protests escalate in Belgrade after 100K+ protestors march against Vucic.
Police clash with demonstrators near parliament as fires light up the night. Students gave Vucic an ultimatum: dissolve parliament, call snap elections, & clear pro-govt camp near Assembly.#Serbia pic.twitter.com/vPWCvoQsaX
— Glaz Live (@glazlive) June 29, 2025
जनता का मानना है कि सरकार को इस मामले की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और राष्ट्रपति वुचिच को नैतिकता के आधार पर पद छोड़ देना चाहिए। हालांकि, बीते 12 वर्षों से सत्ता में बने वुचिच इस्तीफे के लिए तैयार नहीं हैं। इसी वजह से लोगों ने अब जल्दी आम चुनाव कराने की मांग तेज कर दी है।
एलेक्जेंडर वुसिस ने पहली बार 2012 में चुनाव जीता था जब उनकी पार्टी सर्बियन प्रोग्रेसिव पार्टी ने संसदीय चुनावों में बड़ी जीत हासिल की थी। हालाँकि वे उस समय प्रधानमंत्री नहीं बने, लेकिन इस जीत ने उन्हें सर्बियाई राजनीति में एक केंद्रीय व्यक्ति बना दिया।
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इसके बाद वे 2014 में चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बने। 2016 में भी उन्होंने यह कारनामा दोहराया। इसके बाद वे 2017 में राष्ट्रपति चुनाव जीते और सर्बिया के राष्ट्रपति बने। फिलहाव उनका कार्यकाल 2027 तक है, लेकिन उस पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगने के कारण जनता में गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है।