सऊदी अरब ने उमराह के लिए लॉन्च किया खास ऐप (फोटो- सोशलप मीडिया)
Umrah Nusuk App: सऊदी अरब ने साल 2025 में उमराह करने वाले भारतीय मुसलमानों को खास तोहफा दिया है। अब तीर्थयात्रियों को उमराह वीजा और उससे जुड़ी सर्विस के लिए एजेंटों या बिचौलियों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सऊदी अरब के हज और उमराह मंत्रालय ने ‘नुसुक उमराह’ नाम का एक नया डिजिटल प्लेटफाॅर्म लॉन्च किया है।
मंत्रालय का कहना है कि यह प्लेटफ़ॉर्म पूरी तरह ऑनलाइन है और दुनियाभर के विदेशी तीर्थयात्रियों को उमराह वीज़ा के लिए आवेदन करने के साथ-साथ आवास, परिवहन, सांस्कृतिक पर्यटन और सहायता सेवाएं बुक करने की सुविधा प्रदान करता है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि भारत के अलावा और किन देशों को इसमें शामिल किया गया है।
स्थानिय मीडिया के अनुसार, नुसुक उमराह सेवा को तीर्थयात्रा प्रक्रिया को सरल और सुविधाजनक बनाने तथा तीर्थयात्रियों के समग्र अनुभव को बेहतर बनाने के मकसद से बनाया गया है। यह बहुभाषी प्लेटफाॅर्म सऊदी सरकार की विभिन्न प्रणालियों के साथ एकीकृत है, जिससे वीजा आवेदन से लेकर उसकी स्वीकृति तक की पूरी प्रक्रिया तेज और पारदर्शी हो जाती है। साथ ही, इसमें कई भुगतान विकल्प भी उपलब्ध हैं। तीर्थयात्री इस प्लेटफाॅर्म पर दो विकल्पों में से चुन सकते हैं या तो पहले से तैयार एकीकृत पैकेज लें या अपनी ज़रूरत और बजट के अनुसार अलग-अलग सेवाएं चुनकर अपना व्यक्तिगत पैकेज तैयार करें।
हालाँकि, अधिकारियों ने साफ किया है कि यह सेवा मान्यता प्राप्त एजेंटों की भूमिका को पूरी तरह खत्म नहीं करती है। इसका मुख्य उद्देश्य तीर्थयात्रियों को अधिक विकल्प और सुविधाजनक लचीलापन प्रदान करना है। नुसुक उमराह सेवा का उपयोग इसके आधिकारिक पोर्टल (https://umrah.nusuk.sa) या नुसुक उमराह मोबाइल ऐप के जारिए किया जा सकता है।
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सऊदी सरकार ने पिछले कुछ सालों में हज और उमराह को सरल बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। स्मार्ट तकनीकों का उपयोग बढ़ाया गया है, जैसे ई-वीजा प्रणाली, मोबाइल ऐप्स और डिजिटल गाइड। मक्का और मदीना में बुनियादी ढांचे को उन्नत किया गया है, जिसमें हाई-स्पीड ट्रेन और एयरपोर्ट सुविधाएं शामिल हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग हो रहा है। इन प्रयासों से तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा दोनों में सुधार हुआ है।