सऊदी अरब को खुली धमकी, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हूतियों के खिलाफ युद्ध छेड़ने की घोषणा के बाद अमेरिकी सेना लगातार यमन में हवाई हमले कर रही है, जिनमें अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच, हूती विद्रोहियों के नेतृत्व वाली यमनी सेना ने बुधवार को सऊदी अरब को सख्त चेतावनी दी है।
यमनी सेना ने कहा है कि अगर सऊदी अरब इस संघर्ष में किसी भी रूप में शामिल होता है, तो उसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसके अलावा, हूतियों ने चेतावनी दी है कि यदि सऊदी ने हस्तक्षेप किया, तो वे उसके तेल संयंत्रों को तबाह कर देंगे।
यमनी सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर डरावनी तस्वीरें साझा करते हुए हाल ही में तेल ठिकानों पर किए गए हमलों की याद दिलाई। गौरतलब है कि सऊदी अरब, जो दुनिया का सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है, उसके कई तेल ठिकाने हूती विद्रोहियों के निशाने पर हैं, और ये विद्रोही गुट उनपर हमला करने की पूरी क्षमता रखते हैं।
यमन की सशस्त्र सेना ने बुधवार को एक्स पर कहा कि, “इजरायल के हित में यमन पर हमला करने के उद्देश्य से सऊदी-अमेरिकी सैन्य गतिविधियों में तेजी आई है। हमारा सऊदी अरब को स्पष्ट संदेश है। इस लड़ाई में शामिल मत हो। अगर तुम शामिल हुए तो तेल खत्म कर दिया जाएगा। हम सऊदी अरब के आसमान को जलते हुए बादलों में बदल देंगे, और पूरी दुनिया यह नजारा देखेगी।”
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अमेरिका द्वारा किए जा रहे हवाई हमलों के बीच सऊदी अरब ने हाल ही में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन हूती विद्रोहियों ने उस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यमनी सेना का कहना है कि सऊदी अरब अमेरिका का साथ देकर एक बार फिर भारी भूल कर रहा है, जिसका उसे खामियाजा भुगतना पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय रियाद की सबसे बड़ी प्राथमिकता अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करना है। खासतौर पर सऊदी अरब अपने तेल संसाधनों और ठिकानों की हिफाजत पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।