रूस-यूक्रेन जंग में उतरे पाक-चीन से आए 'भाड़े के सैनिक
Ukraine Russia war: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने सोमवार को एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके देश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में यूक्रेनी सेना का सामना रूस की तरफ से लड़ रहे विदेशी मर्सिनरीज (भाड़े के सैनिकों) से हो रहा है। उन्होंने बताया कि इन भाड़े के सैनिकों में चीन, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और अफ्रीकी देशों के नागरिक शामिल हैं। जेलेंस्की ने इस चुनौती का मुकाबला करने के लिए कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया है।
जेलेंस्की ने खार्किव क्षेत्र के एक फ्रंटलाइन इलाके का दौरा करने के बाद यह बयान दिया, जहां उन्होंने 57वीं अलग मोटराइज्ड इन्फैंट्री ब्रिगेड के जवानों और अधिकारियों से मुलाकात की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर उन्होंने लिखा, “हमने कमांडरों के साथ मोर्चे की स्थिति, वोवचांस्क की सुरक्षा और युद्ध की नवीनतम परिस्थितियों पर बातचीत की। इस इलाके में तैनात हमारे सैनिकों ने बताया कि चीन, ताजिकिस्तान, उज़्बेकिस्तान, पाकिस्तान और अफ्रीकी देशों से आए मर्सनरी सैनिक युद्ध में शामिल हो रहे हैं। हम इसका मुकाबला करेंगे।”
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने पहले भी रूस पर चीनी योद्धाओं को भर्ती करने का आरोप लगाया था, जिसे चीन सरकार ने पूरी तरह से नकार दिया था। साथ ही, उत्तर कोरिया ने रूस के कुर्स्क प्रांत में हजारों सैनिक तैनात किए हैं। रॉयटर्स ने ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और पाकिस्तान के दूतावासों से इस विषय पर प्रतिक्रिया मांगी, लेकिन अभी तक इन देशों की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है। वहीं, रूस ने भी जेलेंस्की के इन आरोपों पर अभी तक कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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यूक्रेनी सेना और खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक, विदेशी मर्सनरी (भाड़े के सैनिक) रूसी प्राइवेट मिलिट्री कंपनियों, जैसे वैगनर ग्रुप या रूसी रक्षा मंत्रालय से जुड़ी नई सैन्य इकाइयों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। ये संगठन आर्थिक रूप से पिछड़े या राजनीतिक उथल-पुथल वाले इलाकों, खासकर अफ्रीका और एशिया, से योद्धाओं को भर्ती करने में सक्रिय हैं। यूक्रेनी प्रशासन का कहना है कि युद्धक्षेत्र से हासिल सबूत, जैसे कब्जाए गए दस्तावेज, इस बात की पुष्टि करते हैं कि अलग-अलग देशों के विदेशी लड़ाके यहां मौजूद हैं।
इस वर्ष की शुरुआत में, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने आरोप लगाया था कि रूस ने यूक्रेन के विरुद्ध युद्ध में 100 से अधिक चीनी नागरिकों को शामिल किया है। उन्होंने यह भी बताया था कि डोनेट्स्क क्षेत्र में दो चीनी लड़ाको को गिरफ्तार किया गया था। जेलेंस्की ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें दो कथित चीनी लड़ाकों के पासपोर्ट की तस्वीरें दिखाई गई थीं। हालांकि, चीन ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया।