
पुतिन ने अमेरिकी प्लान को खारिज नहीं किया, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
US-Russia Relations: रूस और अमेरिका के बीच यूक्रेन संकट को शांतिपूर्ण रास्ते से हल करने के प्रयास एक बार फिर तेजी पकड़ते दिखाई दे रहे हैं। इस बीच क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बड़ा बयान देते हुए साफ किया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका द्वारा सुझाए गए यूक्रेन शांति प्लान को खारिज नहीं किया है।
रूसी सरकारी न्यूज एजेंसी TASS की रिपोर्ट के मुताबिक, जब पेस्कोव से पूछा गया कि क्या ऐसी खबरें सही हैं कि पुतिन ने यूएस शांति प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, तो उन्होंने साफ कहा कि नहीं, ऐसा कहना सही नहीं होगा। इससे संकेत मिलता है कि रूस फिलहाल वार्ता की संभावनाओं को खत्म नहीं कर रहा है और संवाद जारी रखने के पक्ष में है।
पेस्कोव ने यह भी खुलासा किया कि पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच किसी भी समय टेलीफोन पर बातचीत हो सकती है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के विशेषज्ञ स्तर पर लगातार बातचीत हो रही है, जिसके परिणाम नेतृत्व स्तर पर निर्णय का आधार बन सकते हैं।
उन्होंने कहा, “किसी भी समय टेलीफोन कॉल हो सकती है।”
क्रेमलिन प्रवक्ता ने यूक्रेन में शांति स्थापित करने की दिशा में अमेरिकी प्रशासन की भूमिका की भी प्रशंसा की। उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप की राजनीतिक इच्छाशक्ति की सराहना करते हुए कहा कि रूस, अमेरिका के साथ मिलकर समाधान खोजने की कोशिशों को महत्व देता है।
पेस्कोव के मुताबिक, रूस के प्रतिनिधि यूक्रेन में शांति समझौते के लिए अपने अमेरिकी counterparts से जितनी बार जरूरत होगी, उतनी बार मुलाकात करने को तैयार हैं। यह टिप्पणी उस समय आई जब अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ अपने छठे रूस दौरे पर मास्को पहुंचे थे और उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन के साथ लंबी बैठक की।
तास की रिपोर्ट में बताया गया कि पुतिन और विटकॉफ के बीच करीब पांच घंटे चली इस बैठक के बाद राष्ट्रपति के करीबी सलाहकार उशाकोव ने कहा कि पुतिन ने विटकॉफ के माध्यम से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को कई महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश भेजे हैं। इन संदेशों की प्रकृति भले ही सार्वजनिक न की गई हो, लेकिन यह संकेत मिल रहा है कि दोनों देशों के बीच बैक-डोर चैनल के माध्यम से कूटनीतिक गतिविधियां सक्रिय हैं।
जब पेस्कोव से पूछा गया कि शांति समझौते तक पहुंचने के लिए इस तरह की बैठकों की संख्या कितनी होनी चाहिए, तो उन्होंने कहा, “हम तब तक मिलने के लिए तैयार हैं, जब तक एक शांतिपूर्ण समाधान नहीं निकल जाता।”
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रूस-अमेरिका के बीच इस सकारात्मक संकेत ने यूक्रेन संकट पर वैश्विक स्तर पर उम्मीदें फिर जगा दी हैं। आने वाले दिनों में पुतिन-ट्रंप बातचीत से इस मुद्दे पर नई दिशा मिलने की संभावना बनी हुई है।
(IANS इनपुट के साथ)






