ब्राजील में इटली की पीएम मेलोनी से मिले प्रधानमंत्री मोदी
रियो: ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा तथा अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों और शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में भूख और गरीबी के खिलाफ वैश्विक गठबंधन का शुभारंभ किया गया।
इस दौरान सभी देशों के नेताओं ने एकजुटता दिखाई तथा प्रतीकात्मक ग्रुप फोटो के माध्यम से भूख और गरीबी के खिलाफ लड़ाई का संदेश भी दिया।
जी-20 देशों के सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी सहित कई अन्य हस्तियों से भी मुलाकात की। दोनों राष्ट्राध्यक्षों तथा विदेश मंत्री जयशंकर की मौजूदगी वाले प्रतिनिधिमंडल ने भारत और इटली से जुड़े अहम द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi and Italian Prime Minister Giorgia Meloni hold bilateral meeting on the sidelines of the 19th G-20 summit, Rio de Janeiro, Brazil
(Source – DD News) pic.twitter.com/mVjOKkuJ4O
— ANI (@ANI) November 18, 2024
बता दें कि जी20 समूह (G20) एक अंतरराष्ट्रीय मंच है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ (EU) के सदस्य शामिल हैं। इसका उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था, वित्तीय स्थिरता, जलवायु परिवर्तन, और अन्य महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा और सहयोग करना है। जी20 दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का समूह है और यह वैश्विक नीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जी20 का गठन 1999 में हुआ था और इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक वित्तीय संकटों को संभालना और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना था। यह सम्मेलन हर साल आयोजित होता है और इसमें सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष भाग लेते हैं।
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जी20 समूह एकत्रित राष्ट्राध्यक्ष वैश्विक समसामयिक मुद्दों पर विचार विमर्श करते हैं। जी20 का प्रभाव और महत्व इसलिए भी है क्योंकि इसके सदस्य देशों के पास विश्व की कुल GDP का लगभग 85% हिस्सा और वैश्विक व्यापार का करीब 75% हिस्सा होता है। इसके अलावा वैश्विक जनसंख्या का द्वितृतीयांश और विश्व के भूमि क्षेत्र का 60% भाग है। जी20 की स्थापना 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और केन्द्रीय बैंक के नियन्त्रकों हेतु वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा हेतु एक मंच के रूप में हुई थी।
अर्जेंटीना,ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूके,
यूएसए, इसके अलावा, यूरोपीय संघ (EU) भी इसमें शामिल है।