कॉन्सेप्ट फोटो
Philippines Earthquake News: फिलीपींस के मिंडानाओ क्षेत्र में एक भीषण भूकंप आया है। इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.6 दर्ज की गई, जिसे बेहद शक्तिशाली माना जा रहा है। भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से लगभग 10 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। झटकों के तुरंत बाद स्थानीय भूकंप विज्ञान एजेंसी फिवोल्क्स (PHIVOLCS) ने सुनामी की चेतावनी जारी कर दी है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तुरंत पहुंचने की सलाह दी गई है।
प्रारंभिक रिपोर्टों के मुताबिक, अब तक किसी बड़े नुकसान या व्यापक तबाही की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, भूकंप की तीव्रता इतनी अधिक थी कि लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए। मृतकों या घायलों की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। यह भूकंप मिंडानाओ और उसके आसपास के क्षेत्रों के लिए एक गंभीर चेतावनी माना जा रहा है, क्योंकि यह इलाका भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में आता है। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया है। प्राथमिकता के तौर पर अस्पतालों, सड़कों और गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त इमारतों की मरम्मत और सहायता कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
संबंधित एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि भूकंप के और झटके महसूस किए जा सकते हैं। उन्होंने आफ्टरशॉक से होने वाले संभावित नुकसान के प्रति सावधानी बरतने के लिए आगाह किया है। यूएस सुनामी वॉर्निंग सिस्टम ने चेतावनी दी है कि भूकंप के केंद्र से 300 किलोमीटर के क्षेत्र में जानलेवा सुनामी आ सकती है। फिवोल्क्स के अनुसार, अगले दो घंटे में समुद्र में सुनामी की लहरें उठ सकती हैं।
फिलीपींस की घनी आबादी, कमजोर निर्माण सामग्री से बने भवन और प्रमुख शहरों का समुद्र तटों के नजदीक होना ये सभी कारण देश में भूकंप के खतरे को और बढ़ा देते हैं। ऐसे भूकंप न केवल भारी जनहानि का कारण बनते हैं, बल्कि बड़े आर्थिक नुकसान और लंबे पुनर्निर्माण कार्यों को भी जन्म देते हैं। इसलिए देश में भूकंप से बचाव और आपदा प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है, ताकि प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को कम किया जा सके और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
यह भी पढ़ें:- अमेरिका ने भेजे 200 सैनिक, गाजा सीजफायर पर ट्रंप की पैनी नजर, इजरायल में बनेगा निगरानी केंद्र
इस क्षेत्र में कई टेक्टोनिक प्लेटें जैसे फिलीपींस सागर प्लेट और यूरेशियन प्लेट एक-दूसरे से टकराती और खिसकती रहती हैं। इन प्लेटों के टकराव से धरती के भीतर अत्यधिक दबाव बन जाता है और जब यह अचानक बाहर निकलता है तो शक्तिशाली भूकंप पैदा करता है। इस इलाके में भूकंप का केंद्र प्रायः समुद्र के भीतर स्थित होता है इसलिए सुनामी का खतरा हमेशा बना रहता है। समुद्र की सतह पर भूकंप से होने वाली हलचलें विशाल लहरों का रूप ले सकती हैं, जो तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही मचा सकती हैं। समुद्र किनारे बसे कई बड़े शहर और गांव इन लहरों की चपेट में आ सकते हैं, जिससे जनहानि और आर्थिक नुकसान और भी गंभीर हो सकता है।