शहबाज शरीफ, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Pakistan Saudi Arabia defense agreement: पाकिस्तान और सऊदी अरब ने बुधवार को एक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत यदि किसी एक देश पर हमला होता है तो उसे दोनों देशों पर हमला माना जाएगा। दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान ने यह करार ऐसे समय में किया है, जब उसके भारत के साथ संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं।
डॉन अख़बार के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में बताया गया कि समझौते में स्पष्ट किया गया है अगर किसी एक देश पर हमला होता है तो इसे दोनों देशों पर हमला माना जाएगा। हस्ताक्षर के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि लगभग आठ दशकों से चली आ रही साझेदारी, भाईचारे, इस्लामी एकजुटता और साझा रणनीतिक हितों के आधार पर दोनों देशों ने यह रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौता किया। रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की रियाद यात्रा के दौरान ‘रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौते’ पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान अल-यममाह पैलेस में क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हुआ यह रक्षा समझौता दोनों देशों की सुरक्षा साझेदारी को और गहरा करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। इस समझौते के तहत तय हुआ है कि किसी एक देश पर हमला होने की स्थिति में इसे दोनों पर हमला माना जाएगा और वे मिलकर जवाब देंगे। इस पहल का उद्देश्य न केवल दोनों देशों की सुरक्षा क्षमता को बढ़ाना है, बल्कि क्षेत्र और वैश्विक स्तर पर शांति और स्थिरता बनाए रखना भी है।
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समझौते में रक्षा सहयोग को नई ऊंचाई पर ले जाने की बात शामिल है, जिसके अंतर्गत आधुनिक हथियार, नई तकनीक और सुरक्षा रणनीतियों पर संयुक्त प्रयास किए जाएंगे। इससे पाकिस्तान और सऊदी अरब की सामरिक ताकत और रक्षात्मक ढांचा और अधिक मजबूत होगा।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री युवराज मोहम्मद के निमंत्रण पर सऊदी अरब की यात्रा पर गए हैं। इस दौरे में उनके साथ विदेश मंत्री इशाक डार, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब, सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार, पर्यावरण मंत्री मुसादिक मलिक और विशेष सहायक तारिक फातमी भी मौजूद हैं।