भारत से बातचीत को बेताब पाकिस्तान, फोटो (सो.सोशल मीडिया)
इस्लामाबाद: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत करने के लिए बहुत उत्सुक हो गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इतने बेचैन हैं कि वे भारत से संवाद शुरू करवाने के लिए विभिन्न देशों से मदद मांग रहे हैं। हाल ही में, शहबाज शरीफ ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो से अनुरोध किया था कि वे भारत से उनकी बातचीत करवाएं। अब उन्होंने सऊदी अरब से भी इसी तरह की मध्यस्थता की गुहार लगाई है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के साथ संबंधों पर महत्वपूर्ण टिप्पणी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर, जल विवाद, आतंकवाद और व्यापार जैसे सभी लंबित मुद्दों पर गंभीर बातचीत के लिए तैयार है। यह बयान उन्होंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ हुई टेलीफोनिक वार्ता के दौरान दिया।
शहबाज और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के बीच हुई यह वार्ता एक ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हुई है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े हुए तनाव को लगभग दो महीने बीत चुके हैं। यह तनाव 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक भीषण आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ था, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकी गुटों को जिम्मेदार ठहराया और जवाबी कार्रवाई में सर्जिकल स्ट्राइक की। इस घटना के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध और भी अधिक बिगड़ गए।
रेडियो पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने क्षेत्र में स्थायी शांति की इच्छा जताते हुए कहा कि वह सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर भारत के साथ गंभीर बातचीत के लिए तैयार हैं। उन्होंने विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर, जल विवाद, व्यापार और आतंकवाद जैसे विषयों पर चर्चा करने की इच्छा व्यक्त की। इसके अलावा, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ हुई वार्ता में पश्चिम एशिया की स्थिति पर भी चर्चा हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय शांति और सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
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भारत ने पाकिस्तान के शांति प्रस्तावों को नजरअंदाज करते हुए कड़े कदम उठाए। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को एकतरफा रूप से निलंबित कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच जल बंटवारे की व्यवस्था प्रभावित हुई। साथ ही, भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी व्यापारिक गतिविधियों पर भी रोक लगा दी।
इसके बाद, भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें पाकिस्तानी सीमा के अंदर स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह सैन्य अभियान कई दिनों तक चला और इसमें कई आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया गया। भारत के अनुसार, इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। भारत-पाकिस्तान के बीच यह सैन्य टकराव चार दिन तक जारी रहा, जो 10 मई को दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम सहमति के बाद समाप्त हुआ।
(एजेंसी इनपुट के साथ)