हाई अलर्ट पर बलूचिस्तान, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Balochistan Transport Ban: इस्लामाबाद में हुए बम विस्फोट में 12 लोगों की मौत और कई के घायल होने के बाद पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत बलूचिस्तान में सुरक्षा स्थिति गंभीर हो गई है। बढ़ते खतरे को देखते हुए बलूचिस्तान सरकार ने पूरे प्रांत में हाई अलर्ट घोषित करते हुए सभी प्रमुख सड़कों पर इंटरसिटी पब्लिक ट्रांसपोर्ट को तीन दिनों के लिए बंद करने का निर्णय लिया है।
सोमवार को जारी एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि यह कदम संभावित सुरक्षा घटनाओं को रोकने के लिए एक एहतियाती उपाय है। अधिसूचना के अनुसार, परिवहन सेवाओं का निलंबन 12 नवंबर से 14 नवंबर तक प्रभावी रहेगा।
पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक, यह फैसला खुफिया एजेंसियों की कई चेतावनियों के बाद लिया गया है, जिनमें सार्वजनिक समारोहों, बस अड्डों, और राजमार्गों पर चलने वाले काफिलों पर संभावित आतंकी हमलों की आशंका जताई गई थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “आतंकवादी गतिविधियों की विश्वसनीय चेतावनियों के बीच लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि है। मौजूदा अस्थिर हालात में सरकार किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहती।”
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब हाल ही में केच, पंजगुर, ग्वादर और खुजदार जिलों में मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं पर भी प्रतिबंध लगाया गया था। अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादी समूह संचार माध्यमों का दुरुपयोग कर हमलों का समन्वय कर सकते हैं, इसलिए नेटवर्क बंद करने का निर्णय भी एहतियात के तौर पर लिया गया था।
बलूचिस्तान पिछले कुछ महीनों से आतंकी हिंसा और हमलों की बढ़ती घटनाओं से जूझ रहा है। यहां सुरक्षा बलों, चेकपोस्टों और विकास परियोजनाओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। नवंबर की शुरुआत में तुर्बत इलाके में सड़क किनारे विस्फोट में चार सुरक्षाकर्मी मारे गए थे, जबकि पंजगुर के पास फ्रंटियर कोर के गश्ती दल पर हुए हमले में कई लोग घायल हुए।
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विशेषज्ञों का कहना है कि इस्लामाबाद धमाके के बाद अब पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति फिर से संकट में है। बलूचिस्तान लंबे समय से अलगाववादी और आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र रहा है, और अब हालिया घटनाएं इस क्षेत्र में राजनीतिक अस्थिरता और सुरक्षा चुनौतियों को और गहरा कर रही हैं।