आसिम मुनीर व शहबाज शरीफ (डिजाइन फोटो)
Power Change in Pakistan: आंतक के सरपरस्त पाकिस्तान की सियासत में लंबे समय से हलचल मची हुई है। जब से पाकिस्तानी सेना के चीफ आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल के ओहदे से नवाजा गया है, तभी से इस बात की चर्चा है कि पड़ोसी मुल्क में तख्तापलट होने वाला है। लेकिन अब यहां पॉवर चेंज को लेकर आसिम मुनीर ने बड़ा खुलासा किया है।
दरअसल, पिछले महीने यानी जुलाई में खबर फैली थी कि ज़रदारी को कभी भी राष्ट्रपति पद छोड़ने के लिए कहा जा सकता है। संभव है कि सेना प्रमुख असीम मुनीर यह पद संभालें। इन खबरों के सामने आने के बाद पाकिस्तान के सियासी गलियारों में भूचाल सा आ गया था। हालांकि, बाद में प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने इन दावों को खारिज कर दिया था।
जंग मीडिया ग्रुप के स्तंभकार सुहैल वराइच ने अपने एक लेख में दावा किया है कि सेना प्रमुख ने हाल ही में ब्रुसेल्स में हुई एक बैठक के दौरान उनसे इस मुद्दे पर चर्चा की थी। उन्होंने बताया कि आसिम मुनीर पिछले हफ्ते अपनी अमेरिका यात्रा से लौटते समय कुछ समय के लिए बेल्जियम में रुके थे।
उन्होंने ने बताया कि मुनीर ने ब्रुसेल्स में एक कार्यक्रम के दौरान मंच से कहा था, ‘खुदा ने मुझे देश का देश का रखवाला बनाया है। मुझे इसके अलावा किसी और पद की इच्छा नहीं है। पाकिस्तानी अखबार के अनुसार, मुनीर ने कहा, ‘मैं एक सिपाही हूं और मेरी सबसे बड़ी ख्वाहिश शहादत है।’ जाहिर है यह खबर शहबाज शरीफ को चिंतामुक्त कर देगी।
वराइच ने अपने कॉलम में लिखा है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख के साथ बातचीत की शुरुआत राजनीति से हुई थी। इसके बाद, पाकिस्तानी मीडिया में चल रही खबरों पर चर्चा हुई। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बदलने की खबरों को पूरी तरह झूठा करार दिया।
फील्ड मार्शल मुनीर ने साफ शब्दों में कहा कि तख्तापलट की ख़बरें पूरी तरह झूठी हैं। लेख में सेना प्रमुख के हवाले से कहा गया है कि इन अफवाहों के पीछे ऐसे तत्व हैं जो सरकार और अधिकारियों, दोनों का विरोध करते हैं और पाकिस्तान में राजनीतिक अराजकता फैलाना चाहते हैं।
वराइच के मुताबिक एक सियासी सवाल पर मुनीर ने कहा कि राजनीतिक सुलह तभी संभव है जब ईमानदारी से माफी मांगी जाए। लेख में यह स्पष्ट नहीं है कि मुनीर किसके बारे में बात कर रहे हैं। लेकिन कयास हैं कि उनका इशारा पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के मुखिया और जेल में बंद नेता इमरान खान की ओर था।
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लेख के अनुसार मुनीर ने विदेशों संबंधों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि “हम एक दोस्त के लिए दूसरे दोस्त की बलि नहीं चढ़ाएंगे।” इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ की और उनके शांति प्रयासों को सच्चा बताया। मुनीर ने आगे कहा कि उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करने में पाकिस्तान ने अहम भूमिका निभाई है।