ऑपरेशन सिंदूर के बाद मारे गए आतंकियों के जनाजे में पहुंचे पाक सेना-पुलिस के बड़े अफसर (सोर्स- सोशल मीडिया)
नवभारत डिजिटल डेस्क: ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में की गई भारतीय स्ट्राइक के बाद मारे गए आतंकियों को लेकर अब चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडरों के जनाजे में पाकिस्तान के सेना अधिकारियों, पुलिस प्रमुख और यहां तक कि विधायक तक की मौजूदगी का खुलासा हुआ है। भारत द्वारा साझा किए गए दस्तावेज में बताया गया है कि आतंकियों की अंतिम विदाई में वह लोग शामिल हुए, जिन पर कानून व्यवस्था और सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है। यह खुलासा पाकिस्तान के सत्ता और सेना के आतंकवाद के साथ रिश्ते को पूरी तरह उजागर करता है।
इस कार्रवाई में जिन आतंकियों को मारा गया, उनमें कई खतरनाक नाम शामिल थे जो भारत में बड़े हमलों की साजिश में शामिल रहे हैं। भारत की तरफ से हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जब आतंकियों के शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया, तो वहां पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, पुलिस अधिकारी और सत्ताधारी दल के विधायक तक पहुंच गए। यह तस्वीरें और जानकारियां अब पाकिस्तान के उस दोहरे चेहरे को सामने लाती हैं, जहां एक ओर अंतरराष्ट्रीय मंच पर आतंकवाद से लड़ने की बात होती है और दूसरी ओर उन्हें सम्मान दिया जाता है।
जनाजे में पहुंचे पाकिस्तानी अधिकारी
भारत की कार्रवाई में मारे गए लश्कर आतंकियों के अंतिम संस्कार में पाकिस्तान के उच्च रैंक के सैन्य अधिकारी और अफसर शामिल हुए। इनमें एक कोर कमांडर, इन्फेंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग, ब्रिगेड कमांडर, पंजाब प्रांत के पुलिस प्रमुख और एक विधानसभा सदस्य तक शामिल थे। जनाजे की नमाज खुद उस आतंकी ने अदा कराई, जिसे अमेरिका ने ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया हुआ है। यह पूरी घटना पाकिस्तान की आतंकियों के प्रति प्रतिबद्धता और उनकी शह को दर्शाती है।
सैन्य दबाव के बाद शांति की पेशकश, लेकिन चालें जारी
ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा और सौ से ज्यादा आतंकी मारे गए, तब पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व ने भारत से डीजीएमओ स्तर पर संपर्क कर शांति समझौते की बात की। 10 मई शाम से सीजफायर लागू हुआ, लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन जारी रहा। भारत ने साफ कर दिया कि यदि फिर से उल्लंघन हुआ, तो और भी कठोर जवाब दिया जाएगा।