
मॉस्को फिर दहला, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Russia-Ukraine War News In Hindi: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच रूस की राजधानी मॉस्को एक बार फिर धमाके से दहल उठी है। दक्षिणी मॉस्को में बुधवार तड़के हुए एक विस्फोट में दो ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। यह घटना उसी इलाके के पास हुई है, जहां कुछ दिन पहले एक कार बम धमाके में रूसी जनरल की जान गई थी। लगातार हो रही इन घटनाओं ने पूरे देश में हलचल मचा दी है।
रूसी जांच समिति के मुताबिक, यह विस्फोट उस वक्त हुआ जब ट्रैफिक पुलिस के दो जवान एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लेने की कोशिश कर रहे थे। अधिकारी अपने सर्विस वैन के पास खड़े संदिग्ध के करीब पहुंचे ही थे कि अचानक एक विस्फोटक डिवाइस फट पड़ा। धमाका इतना तेज था कि आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई।
जांच समिति ने बताया कि दोनों पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। विस्फोट में उनके पास मौजूद एक अन्य व्यक्ति की भी जान चली गई। मामले में कानून प्रवर्तन अधिकारियों की हत्या की कोशिश और विस्फोटक सामग्री की अवैध तस्करी के आरोपों के तहत जांच शुरू कर दी गई है।
घटनास्थल के पास रहने वाले स्थानीय निवासी अलेक्जेंडर ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा कि धमाके की आवाज बिल्कुल वैसी ही थी जैसी कुछ दिन पहले कार बम विस्फोट के दौरान सुनाई दी थी। वहीं एक अन्य निवासी रोजा ने बताया कि तड़के हुए धमाके से उनकी नींद खुल गई और ऐसा लगा मानो पूरी इमारत हिल गई हो।
रिपोर्ट के अनुसार, यह विस्फोट सुबह बहुत जल्दी येल्त्सकाया स्ट्रीट पर एक पुलिस स्टेशन के पास हुआ। यह वही इलाका है जहां इस सप्ताह की शुरुआत में रूसी जनरल फानिल सरवारोव की कार बम हमले में मौत हुई थी। बताया गया है कि मारे गए दोनों ट्रैफिक पुलिस अधिकारी महज 24 और 25 साल के थे। बड़े अधिकारी की पत्नी और एक बच्चा भी है जिससे यह घटना उनके परिवारों के लिए एक बड़ी त्रासदी बन गई है।
रूसी अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल इस हमले के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं है और शुरुआती जांच जारी है। रूसी टेलीविजन पर प्रसारित तस्वीरों में देखा जा सकता है कि विस्फोट वाले इलाके को भारी पुलिस बल ने घेर लिया है और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
इससे पहले सोमवार को रूसी जनरल स्टाफ के ऑपरेशनल ट्रेनिंग विभाग के प्रमुख फानिल सरवारोव की कार के नीचे लगाए गए विस्फोटक उपकरण से उनकी मौत हो गई थी। रूस ने इस हमले के पीछे यूक्रेन की खुफिया एजेंसियों का हाथ होने का आरोप लगाया है, हालांकि यूक्रेन की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
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गौरतलब है कि फरवरी 2022 में यूक्रेन के खिलाफ रूस के सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद से रूस और यूक्रेन के कब्जे वाले इलाकों में कई रूसी जनरल, स्थानीय अधिकारी और रूस समर्थक सार्वजनिक हस्तियां विस्फोटों में मारी जा चुकी हैं। इनमें से कुछ हमलों की जिम्मेदारी यूक्रेन ने समय-समय पर ली है जबकि कई मामलों की जांच अभी जारी है।






