फाइल फोटो (सोर्स: सोशल मीडिया)
उत्तरी बुर्किना फासो में एक जिहादी संगठन ने सैन्य ठिकानों और जिबो शहर समेत कई जगहों पर हमला किया। इस हमले में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में अधिकतर सैनिक थे। सोमवार को एक सहायता कर्मी, स्थानीय लोगों और छात्र-छात्राओं ने इस हमले की जानकारी दी।
स्थानीय निवासियों, छात्र-छात्राओं और सहायता संगठनों ने इस हमले की पुष्टि करते हुए भारी तबाही होने की बता कही। अधिकतर पीड़ितों और चश्मदीदों ने सुरक्षा कारणों से नाम उजागर करने से इनकार किया।
इस हमले की ज़िम्मेदारी अल-कायदा से जुड़े जिहादी संगठन जमात नस्र अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमीन ने ली है। जिसे JNIM के नाम से भी जाना जाता है। यह जिहादी संगठन साहेल क्षेत्र में सक्रिय है।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार को आतंकियों ने सुबह 6 बजे अलग-अलग स्थानों पर एक साथ हमला शुरू किया। आतंकवादियों ने बुर्किना फासो वायु सेना को तितर-बितर करने के लिए एक साथ 8 इलाकों पर हमला किया था।
बुर्किना फासो अब एक सैन्य जुंटा द्वारा चलाया जाता है। देश की आबादी लगभग 2.3 करोड़ है। यह देश अफ्रीका के आतंकवाद और हिंसा से सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्र साहेल में आता है। हिंसा के कारण 2022 में दो तख्तापलट हो चुका है। इसके कारण बुर्किना फ़ासो का लगभग आधा हिस्सा सरकारी नियंत्रण से बाहर हो गया है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकियों ने मुख्य हमला जिबो शहर में किया। आतंकियों ने जिबो के सैन्य ठिकानों और रूप से आतंकवाद निरोधी यूनिट के कैंप पर हमला करने से पहले शहर के सभी एंट्री गेट्स पर कंट्रोल हासिल कर लिया था। बता दें कि इससे पहले भी जिबो शहर पर हमला हुआ था। लेकिन तब सुरक्षा बलों ने चरमपंथियों को सफलतापूर्वक बाहर खदेड़ दिया था।