गाजा में इजरायली हमलों की बर्बरता एक बार फिर सामने आई (फोटो- सोशल मीडिया)
दोहा: गाजा में इजरायली हमलों की बर्बरता एक बार फिर सामने आई है, जहां हालिया हवाई हमलों में 100 से अधिक लोगों की मौत होने की बात कही गई है। यह खबर ऐसे वक्त में आई है जब कतर की राजधानी दोहा में शांति वार्ता की नई कोशिशें शुरू हुई हैं, इजरायल और हमास के बीच बढ़ता तनाव दुनिया के लिए चिंता का कारण बन गया है। एक ओर जहां मध्यस्थ देश संघर्ष विराम के लिए प्रयासरत हैं, वहीं दूसरी ओर इजरायली रक्षा बलों का जमीनी अभियान लगातार जारी है, जो हमास को पूरी तरह खत्म करने और बंधकों की रिहाई की कोशिश के तहत चल रहा है।
दोहा में चल रही वार्ता में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की यात्रा के बाद एक नई गति देखी गई है। जानकारी के मुताबिक, कतर, अमेरिका और मिस्र मिलकर एक अस्थायी युद्धविराम पर सहमति बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें बंधकों की आंशिक रिहाई का प्रस्ताव शामिल है। हालांकि इजरायल सिर्फ उसी प्रस्ताव पर चर्चा को तैयार है जिसे अमेरिका के मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ ने प्रस्तुत किया है। वहीं हमास के आत्मसमर्पण की संभावना भी बेहद कम मानी जा रही है।
शांति वार्ता की उम्मीद और चुनौतियां
कतर में शुरू हुई हमास और इजरायल के बीच अप्रत्यक्ष वार्ता को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आशा है कि यह खून-खराबे को रोक सकती है। हमास के अधिकारी ने बिना किसी शर्त के बातचीत की पुष्टि की है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि कोई ठोस समझौता निकल पाएगा या नहीं। इजरायल ने दो टूक कहा है कि अगर हमास आत्मसमर्पण करता है, तो ही युद्ध खत्म किया जा सकता है, जबकि हमास इस शर्त को अस्वीकार करता नजर आ रहा है।
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इजरायली कार्रवाई से बिगड़ता मानवीय संकट
इजरायली सेना के जमीनी अभियान और हवाई हमलों से गाजा में हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, रविवार तक 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इजरायल का दावा है कि उनकी सैन्य कार्रवाई के चलते हमास वार्ता की मेज पर लौटा है, लेकिन जानकार मानते हैं कि इसका मुख्य कारण अमेरिका और कतर के नए प्रयास हैं। इस बीच, युद्ध के कारण गाजा में फिर से मानवीय संकट भी भयावह रूप लेता जा रहा है। गाजा में खून-खराबे के बीच दोहा में चल रही वार्ता इस संघर्ष को रोकने की एक अंतिम उम्मीद हो सकती है। लेकिन जब तक दोनों पक्षों के रुख में लचीला नहीं होता तब तक युद्धविराम मुश्किल लग रहा है।