इजरायल की ईरान मे एयर स्ट्राइक, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
तेहरान: इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने युद्ध जैसी स्थिति पैदा कर दी है। इस संघर्ष में अब अन्य देश भी शामिल होने लगे हैं, जहां एक तरफ रूस ईरान का समर्थन कर रहा है, वहीं अमेरिका इजरायल का साथ दे रहा है। इजरायली सेना (आईडीएफ) ईरान के परमाणु कार्यक्रमों को निशाना बनाते हुए लगातार मिसाइल हमले कर रही है, जिससे ईरान को भारी क्षति पहुंची है।
जवाब में ईरान ने भी इजरायल के प्रमुख शहरों, जैसे राजधानी तेल अवीव, पर मिसाइल दागकर जोरदार जवाबी हमला किया है। हालिया हमले में इजरायल ने 60 लड़ाकू विमानों की मदद से ईरान के कई इलाकों को तबाह कर दिया।
इजरायली सैन्य बलों ने ईरान के अंदर कई सैन्य सुविधाओं पर भारी हमले किए। इजरायली सेना के अनुसार, पिछली रात तेहरान के केंद्र में कई स्थानों पर हवाई हमले हुए। इन हमलों में दर्जनों लक्ष्यों को निशाना बनाया गया, जिनमें मिसाइल निर्माण से जुड़े सैन्य औद्योगिक स्थल और परमाणु हथियारों के शोध एवं विकास से संबंधित सेपंद संगठन का मुख्यालय भी शामिल था। इस ऑपरेशन के दौरान, इजरायल वायुसेना के 60 से अधिक लड़ाकू विमानों ने खुफिया एजेंसियों द्वारा प्रदान की गई सटीक जानकारी के आधार पर ईरान में कई सैन्य ठिकानों पर रातभर हमले किए, जिनमें लगभग 120 बम और मिसाइलें इस्तेमाल की गईं।
IDF ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हमले का वीडियो जारी किया, जिसमें फाइटर जेट्स दिखाई दे रहे हैं। आईडीएफ ने बताया कि “रात के समय ईरान के तेहरान क्षेत्र में मिसाइल निर्माण से जुड़े कई औद्योगिक स्थलों को निशाना बनाया गया। ये सुविधाएं ईरानी रक्षा मंत्रालय के लिए महत्वपूर्ण थीं और इन्हें वर्षों में विकसित किया गया था। हमले में मिसाइल पुर्जों के उत्पादन वाले सैन्य औद्योगिक संयंत्रों और मिसाइल इंजन बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की फैक्ट्रियों को नष्ट किया गया।”
पूरी दुनिया ने देखा भारत की कूटनीति का जलवा, ‘ऑपरेशन सिंधु’ के लिए ईरान ने खोला अपना एयर स्पेस
इजरायली सेना ने ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को निशाना बनाते हुए तेहरान स्थित सेपंड मुख्यालय पर हमला किया है। इस संस्थान का उपयोग ईरानी सैन्य तकनीक और हथियारों के शोध एवं विकास के लिए किया जाता है, जिसकी स्थापना 2011 में ईरान के परमाणु कार्यक्रम के संस्थापक फखरी जादेह ने की थी। इसके अलावा, इजरायल ने परमाणु हथियार निर्माण से जुड़ी एक अन्य महत्वपूर्ण सुविधा को भी निशाना बनाया। साथ ही, इजरायली वायुसेना ने ईरान द्वारा भेजे गए चार ड्रोन को मार गिराया। यह कार्रवाई ईरान के खिलाफ चल रहे तनाव के बीच की गई है।
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने विश्व समुदाय को चिंतित कर दिया है। इस स्थिति को देखते हुए यूरोपीय नेता ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता को फिर से शुरू करने के लिए राजनयिक प्रयास तेज कर रहे हैं। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि अमेरिका की भागीदारी पर अगले दो हफ्तों में कोई निर्णय लिया जाएगा।