पीएम मोदी ने मॉरीशस के पूर्व PM प्रविंद जगन्नाथ से मुलाकात की, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर मॉरीशस पहुंचे, जहां उन्होंने इसे भारत और ‘ग्लोबल साउथ’ के बीच एक सेतु बताया। पोर्ट लुईस में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मॉरीशस केवल एक साझेदार देश नहीं, बल्कि भारत के परिवार का अभिन्न हिस्सा है।
पीएम मोदी ने मॉरीशस के विकास में हर संभव सहयोग देने का भरोसा दिलाया, जिसमें नए संसद भवन का निर्माण भी शामिल है। इस दौरान उन्होंने मॉरीशस के पूर्व प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ से मुलाकात की। इस बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉरीशस के लोगों को उनके राष्ट्रीय दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर संदेश साझा करते हुए कहा कि वह इस खास अवसर के कार्यक्रमों को लेकर उत्साहित हैं, जिसमें समारोह में उनकी उपस्थिति भी शामिल है। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि बीता दिन कई महत्वपूर्ण बैठकों और आयोजनों के कारण बेहद व्यस्त और घटनापूर्ण रहा।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरीशस के प्रधानमंत्री रामगुलाम के निमंत्रण पर वहां की यात्रा कर रहे हैं। इस दौरे के दौरान, दोनों देश कौशल विकास, व्यापार और सीमा पार वित्तीय अपराधों से निपटने के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। मॉरीशस रवाना होने से पहले, मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी यह यात्रा भारत और मॉरीशस के संबंधों में एक “नया और उज्ज्वल” अध्याय जोड़ने का काम करेगी।
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मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च सम्मान ‘द ग्रांड कमांडर ऑफ ऑर्डर ऑफ स्टार एंड की ऑफ इंडियन ओशन’ से सम्मानित किया गया है। पीएम मोदी इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय हैं। यह सम्मान भारत और मॉरीशस के बीच घनिष्ठ संबंधों को मजबूत करने में उनकी भूमिका को मान्यता देता है। रामगुलाम ने बताया कि मोदी यह सम्मान प्राप्त करने वाले पांचवें विदेशी नागरिक हैं। इसके साथ ही, यह किसी अन्य देश द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को दिया गया 21वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है।
वहीं, भारतीय सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी, भारतीय नौसेना का एक युद्धपोत और भारतीय वायु सेना की आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम आज मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में हिस्सा ले रही है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आखिरी बार 2015 में मॉरीशस की यात्रा की थी। भारत, मॉरीशस के सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदारों में शामिल है। यह द्वीपीय राष्ट्र, जो पहले ब्रिटिश और फ्रांसीसी उपनिवेश था, 1968 में स्वतंत्र हुआ था। भारत और मॉरीशस के बीच विशेष संबंधों का एक बड़ा कारण यह है कि देश की 12 लाख की आबादी में करीब 70 प्रतिशत लोग भारतीय मूल के हैं।