ऑस्ट्रेलिया में पुलिस की करतूत से कोमा में पहुंचा शख्स, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
कैनबरा: ऑस्ट्रेलिया में एक भारतीय मूल के व्यक्ति की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उसे काबू करने के लिए उसकी गर्दन पर घुटना रख दिया, जिससे वह गंभीर मस्तिष्क चोटों के कारण कोमा में चला गया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह आरोप लगाया गया है कि ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने जानबूझकर उस व्यक्ति की गर्दन पर घुटना दबाया, जिसके कारण वह गंभीर मस्तिष्क चोटों के कारण कोमा में चला गया। यह घटना अमेरिका में हुई जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या की याद दिलाती है, जिसने पूरी दुनिया में भारी विरोध और गुस्से की लहर पैदा की थी।
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस की लापरवाही के कारण 42 वर्षीय भारतीय मूल के शख्स, गौरव कुंडी, कोमा में पहुंच गए हैं। गौरव दो बच्चों के पिता हैं। उन्हें एक मामले में गिरफ्तार करते समय एडिलेड के एक पूर्वी उपनगर में पुलिस ने उन्हें जमीन पर गिरा दिया। इस घटना का वीडियो स्थानीय मीडिया में वायरल हुआ, जिसमें गौरव और उनकी साथी अमृतपाल कौर यह कहते हुए अपनी बेगुनाही का बयान दे रहे थे कि हमने कुछ गलत नहीं किया है। जबकि अमृतपाल कौर रोते हुए पुलिस की कार्रवाई को गलत बताते हुए उसे रिकॉर्ड कर रही थीं।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जब गौरव को जमीन पर गिराया गया, तो वह बेहोश हो गए थे। उनकी साथी ने आरोप लगाया कि एक पुलिस अधिकारी ने उनकी गर्दन पर घुटना रखा था, ठीक उसी तरह जैसे 2020 में जॉर्ज फ्लॉयड के साथ हुआ था। गिरफ्तारी के दौरान गौरव बेहोश हो गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उनके मस्तिष्क और गर्दन की नसों को गंभीर चोटें आई हैं। फिलहाल, गौरव कोमा में हैं और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
इस घटना के बाद स्थानीय समुदाय में पुलिस के खिलाफ न्याय की मांग और कार्रवाई की जांच की आवाजें तेज हो गई हैं। हालांकि, पुलिस ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि गौरव को किस आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस के अनुसार, गौरव कुंडी नशे की हालत में थे और एक घरेलू विवाद के बाद गश्त कर रही टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया। उसी दौरान यह हादसा हुआ। वहीं, कौर ने यह कहा कि उनका साथी हिंसक नहीं था, बल्कि नशे की वजह से वह सिर्फ शोर कर रहा था।