सायरन बजने से पहले कांप उठा पाकिस्तान, ( डिजाइन फोटो)
इस्लामाबाद: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत के कड़े फैसले से पाकिस्तान तनाव में है। पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच अब भारत के कई राज्यों में 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित होने जा रही है। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसीम मुनीर ने सोमवार को कहा कि उनका देश अपनी प्रतिष्ठा और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कड़ा जवाब देने को तैयार है। सेना द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि जनरल मुनीर ने यह बात रावलपिंडी स्थित जीएचक्यू में बलूचिस्तान की 15वीं राष्ट्रीय कार्यशाला के प्रतिभागियों से बातचीत करते हुए कही।
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। इस तनाव की मुख्य वजह पहलगाम में हुआ आतंकी हमला है, जिसमें पाकिस्तान की संलिप्तता सामने आई है। हालात को देखते हुए युद्ध की आशंका भी जताई जा रही है।
मुनीर ने अपने बयान में यह स्पष्ट किया कि पाकिस्तान न केवल अपने क्षेत्र में बल्कि क्षेत्र के बाहर भी शांति का पक्षधर है। हालांकि, यदि देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती दी जाती है, तो पाकिस्तान अपनी राष्ट्रीय गरिमा और नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए पूरी शक्ति के साथ प्रतिक्रिया देगा। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म, जाति या नस्ल नहीं होता, और इससे निपटने के लिए पूरे देश को एकजुट होकर प्रयास करना होगा।
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पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने इसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान पर डालते हुए कड़े बड़े कूटनीतिक कदम उठाए। जिनमें दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में कटौती, जल संधियों का स्थगन और सीमा पार आवाजाही पर रोक शामिल है। साथ ही, सरकार ने भारतीय सशस्त्र बलों को पूरी स्वतंत्रता दी है कि वे अपनी योजना और समय के अनुसार उचित जवाबी कार्रवाई कर सकें। भारत की इस सख्ती से पाकिस्तान में बेचैनी बढ़ गई है और उसने प्रतिक्रिया स्वरूप परमाणु हमले की धमकी तक दे डाली है।
पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव और पहलगाम हमले के मद्देनजर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के कई राज्यों में 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस अभ्यास में हवाई हमले की स्थिति में चेतावनी देने वाले सायरन का परीक्षण, नागरिकों को आपात स्थिति में सुरक्षा उपायों की जानकारी देना, और आवश्यक प्रशिक्षण शामिल होगा। इसके अलावा, ब्लैकआउट की तैयारी, महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा और लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने की योजनाओं का अभ्यास भी इस ड्रिल का हिस्सा होगा।