
राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
US Venezuela Relations: अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनाव अब सिर्फ कूटनीतिक बयानबाजी तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि इसका सीधा असर समुद्री सुरक्षा, ऊर्जा आपूर्ति और क्षेत्रीय स्थिरता पर भी पड़ता दिख रहा है।
अमेरिका ने रविवार को कैरेबियन सागर में वेनेजुएला का तीसरा ऑयल टैंकर जब्त कर लिया। इस कार्रवाई को वॉशिंगटन की उस रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है जिसके तहत वेनेजुएला के तेल कारोबार और उससे जुड़े नेटवर्क पर दबाव बढ़ाया जा रहा है।
तनाव के बीच वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की सुरक्षा को लेकर भी नई जानकारियां सामने आई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्यूबा के एजेंट्स मादुरो और उनके करीबी सहयोगियों की सुरक्षा में तैनात हैं। ये एजेंट्स यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि राष्ट्रपति और उनके आसपास मौजूद लोगों के पास मोबाइल फोन या किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस न हो, ताकि किसी भी तरह की लोकेशन ट्रैकिंग या खुफिया जानकारी लीक होने से बचा जा सके।
अमेरिका के पूर्व शीर्ष राजनयिक ए. शैनन जूनियर का कहना है कि क्यूबन एजेंट्स न केवल मादुरो बल्कि उनके संभावित उत्तराधिकारियों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं। उनके मुताबिक, क्यूबा के सुरक्षा अधिकारी इतनी आसानी से पीछे हटने वाले नहीं हैं।
हालांकि, मादुरो की सुरक्षा में तैनात जवानों की सटीक संख्या को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। वेनेजुएला में क्यूबन एजेंट्स की मौजूदगी पहले से रही है लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कड़ी चेतावनियों के बाद इनकी सक्रियता और बढ़ गई है।
इस पूरे घटनाक्रम का असर क्यूबा पर भी साफ दिखाई दे रहा है। अमेरिका ने वेनेजुएला के पास समुद्री इलाकों में अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा दी है और प्रतिबंधित ऑयल टैंकर्स की आवाजाही पर सख्ती से रोक लगाई है। चूंकि क्यूबा अपनी तेल जरूरतों का बड़ा हिस्सा वेनेजुएला से आयात करता है, इसलिए टैंकरों की जब्ती के बाद वहां गंभीर तेल संकट की आशंका बढ़ गई है।
इसी महीने अमेरिका ने करीब 10 लाख बैरल तेल लेकर क्यूबा जा रहे वेनेजुएला के एक टैंकर को जब्त किया था। इसके अलावा, शनिवार को पनामा के झंडे वाला एक खाली टैंकर भी पकड़ा गया जो तेल लेने के लिए वेनेजुएला की ओर जा रहा था। तेल आयात में रुकावट के चलते क्यूबा के ऊर्जा ग्रिड पर दबाव बढ़ रहा है। बिजली उत्पादन में कमी के कारण देश में पावर आउटेज की समस्या आम होती जा रही है।
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दिलचस्प बात यह है कि बढ़ते तनाव के बावजूद मादुरो सोशल मीडिया पर सक्रिय बने हुए हैं। वे लगातार टिकटॉक पर वीडियो पोस्ट कर रहे हैं। हाल ही में साझा किए गए एक वीडियो में वे ‘नो वॉर, यस पीस’ कहते नजर आए। हालांकि, पर्दे के पीछे उनकी सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त है। मादुरो सार्वजनिक कार्यक्रमों में कम ही दिखाई देते हैं और अपनी लोकेशन लगातार बदलते रहते हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे से बचा जा सके।






