जर्मनी में पटरी से उतरी ट्रेन, फोटो (सो.सोशल मीडिया)
Germany Train Accident: जर्मनी के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में रविवार को एक यात्री ट्रेन पटरी से उतर गई, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह हादसा बाडेन-वुर्टेमबर्ग राज्य के रीडलिंगन शहर के पास हुआ, जहां ट्रेन में करीब 100 यात्री सवार थे। इस जानकारी की पुष्टि डीडब्ल्यू न्यूज़ ने स्थानीय अधिकारियों के हवाले से की है।
हादसे की खबर मिलते ही दमकल विभाग, बचावकर्मी और पुलिस समेत सभी आपातकालीन टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। डीडब्ल्यू न्यूज़ के अनुसार, बाडेन-वुर्टेमबर्ग के गृह मंत्री थॉमस स्ट्रोबल (सीडीयू) भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
म्यूनिख से लगभग 158 किलोमीटर दूर रिडलिंगन के नजदीक शाम 6:10 बजे यह हादसा हुआ। यह ट्रेन सिग्मारिंगन से उल्म की ओर जा रही थी कि तभी अचानक उसके दो डिब्बे पटरी से उतर गए। इस घटना की जांच जर्मन फेडरल और स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसे से पहले उस इलाके में तेज बारिश और आंधी-तूफान आया था। कुछ रिपोर्टों में यह आशंका जताई गई है कि भूस्खलन की वजह से ट्रेन बेपटरी हुई हो सकती है। दुर्घटना के समय ट्रेन में करीब 100 यात्री मौजूद थे। घटनास्थल की तस्वीरों में देखा गया कि ट्रेन के डिब्बे एक ओर झुके हुए हैं और राहतकर्मी डिब्बों के ऊपर चढ़कर यात्रियों को खोजने और बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने इस हादसे पर गहरा शोक जताया और कहा कि वह राहत और बचाव कार्यों को तेजी से अंजाम देने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि बिबेरच जिले में हुई यह ट्रेन दुर्घटना बेहद स्तब्ध कर देने वाली है।
यह भी पढे़ें:- अरबी सीख रही है इजरायली आर्मी, नेतन्याहू की नई चाल से मुस्लिम दुनिया में हड़कंप
जर्मन चांसलर मर्ज ने एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया कि वे देश के आंतरिक मंत्री और परिवहन मंत्री के लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों से राहत बलों की मदद करने का निर्देश दिया है। चांसलर ने हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया और उनके परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट कीं। हादसे के बाद रिडलिंगन और मुंडरकिंगन के बीच करीब 40 किलोमीटर तक रेल यातायात स्थगित कर दिया गया है। जर्मनी में पुरानी रेल संरचना और बार-बार आने वाली तकनीकी दिक्कतों के चलते यात्रियों की नाराज़गी अक्सर सामने आती रहती है।