ब्रिटेन के पीएम स्टार्मर, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
British PM India Visit: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति से पैदा हुई वैश्विक आर्थिक हलचल के बीच भारत और ब्रिटेन के रिश्तों में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टार्मर अपने पद संभालने के बाद पहली बार भारत आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह 10 बजे मुंबई में उनका स्वागत करेंगे। इस दौरान दोनों नेता भारत-ब्रिटेन साझेदारी को नए मुकाम पर ले जाने के लिए विजन-2035 पर विस्तृत चर्चा करेंगे और आगे की रूपरेखा तय करेंगे।
जुलाई में लंदन यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के बीच हुई मुलाकात में ‘भारत-यूके विजन 2035’ को समर्थन मिला था। यह पहल दोनों देशों के बीच मजबूत साझेदारी और मिलकर आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। अब मुंबई में होने वाली बैठक में इस विजन पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी दोपहर लगभग 1:45 बजे स्टार्मर के साथ जिओ वर्ल्ड सेंटर में सीईओ फोरम में शामिल होंगे। इसके बाद करीब 2:45 बजे दोनों नेता ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (GFF) के छठे संस्करण में हिस्सा लेंगे और वहां मुख्य भाषण देंगे।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के दौरान ‘समग्र आर्थिक एवं व्यापारिक समझौता’ (CETA) प्रमुख एजेंडा रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कीयर स्टार्मर की द्विपक्षीय बातचीत का केंद्र बिंदु यह समझौता होगा, जो ब्रिटिश संसद की मंजूरी के बाद दोनों देशों के बीच 90% से अधिक वस्तुओं पर सीमा शुल्क समाप्त करने का रास्ता खोलेगा। स्टार्मर के साथ 100 से ज्यादा व्यापारिक दिग्गजों, विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और सांस्कृतिक प्रतिनिधियों का एक बड़ा दल भी भारत पहुंच रहा है।
यह प्रतिनिधिमंडल व्यापार, निवेश, शिक्षा और तकनीकी सहयोग के नए अवसर तलाशेगा। ब्रिटिश तेल कंपनी BP के सीईओ मरे ऑकिनक्लॉस भी इसमें शामिल हैं यह उनका इस वर्ष का तीसरा भारत दौरा है। यूके-इंडिया बिजनेस काउंसिल के प्रमुख रिचर्ड हील्ड के मुताबिक, ‘भारत-ब्रिटेन आर्थिक गलियारा दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते रिश्तों में से एक है। हम नवाचार और साझा आकांक्षाओं के साथ इस सहयोग को और आगे बढ़ाना चाहते हैं।’
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ब्रिटिश एयरवेज के सीईओ सीन डॉएल ने कहा है कि कंपनी भारत में अपनी उड़ानों का नेटवर्क और बढ़ाएगी, क्योंकि भारत ब्रिटेन का प्रमुख व्यापारिक सहयोगी बनता जा रहा है। फिलहाल एयरलाइन दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई से हफ्ते में 56 उड़ानें चलाती है। ब्रिटेन के व्यापार विभाग के अनुसार, दोनों देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का व्यापार फिलहाल लगभग 44.1 अरब पाउंड है। जुलाई में एफटीए (मुक्त व्यापार समझौते) पर हस्ताक्षर के बाद यह आंकड़ा तेजी से बढ़ेगा और 2030 तक व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है।