बिलावल भुट्टो (Image- Social Media)
Indus Water Treaty: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत को चेतावनी दी है कि यदि भारत सिंधु जल संधि को स्थगित रखता है और सिंधु नदी पर बांध बनाने की कोशिश करता है, तो स्थिति गंभीर हो सकती है और युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है।
बिलावल ने यह बयान हजरत शाह अब्दुल लतीफ भिट्टाई के 282वें उर्स के मौके पर भीत शाह में आयोजित ‘शाह लतीफ पुरस्कार’ समारोह में दिया। बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल संधि को अस्थायी तौर पर रोकना भी शामिल है। इस फैसले से पाकिस्तान में चिंता और गुस्सा दोनों देखने को मिल रहे हैं।
7 मई को भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देते हुए पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए और उन्हें पूरी तरह नष्ट कर दिया। यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ा धक्का था। हालांकि, 10 मई को दोनों देशों के बीच युद्धविराम घोषित कर दिया गया।
इसके पहले, भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भी युद्ध की संभावना जताई थी। उन्होंने कहा था कि जो अगला युद्ध हो सकता है, वह निकट भविष्य में ही हो सकता है, इसलिए हमें पूरी तरह तैयार रहना होगा। उन्होंने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दी गई थी, जिससे यह अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया जा सका।
सेना प्रमुख ने बताया कि कैसे एक छोटा सा नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरे देश को एकजुट करने का माध्यम बन गया। इस नाम ने राष्ट्र में नई ताकत और ऊर्जा का संचार किया। जब डायरेक्टर ने यह नाम पहली बार बताया, तो मुझे लगा कि यह ‘सिन्धु’ यानी इंडस नदी से जुड़ा है, और मैंने हंसते हुए कहा, “वाह, आपने तो इंडस जल संधि को स्थगित कर दिया।” लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि नाम ‘सिंदूर’ है।
यह भी पढे़ें:- ‘भारत मर्सिडीज, हम कबाड़ से भरा डंपिंग ट्रक…’ मुनीर ने दुनिया के सामने पाकिस्तान की कराई फजीहत
जनरल द्विवेदी के अनुसार, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुई घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इसके ठीक अगले दिन, 23 अप्रैल को देश के शीर्ष सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “अब और सहन नहीं किया जाएगा।”