
ASEAN सम्मेलन पर टिकी दुनिया की निगाहें, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Malaysia ASEAN 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज 47वें आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मलेशिया पहुंच गए हैं। यह किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति की मलेशिया में पिछले एक दशक में पहली यात्रा है। जानकारी के अनुसार, करीब 24 विश्व नेता मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में रविवार से मंगलवार तक आयोजित होने वाले तीन दिवसीय दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (ASEAN) शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं। आसियान में कुल 10 देश हैं ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम।
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के अनुसार, इन देशों की कुल आबादी लगभग 678 मिलियन (67.8 करोड़) है और उनका संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 3.9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है। इस साल आसियान (ASEAN) अपने 11वें सदस्य के रूप में ईस्ट तिमोर को शामिल करेगा। ईस्ट तिमोर 2002 में इंडोनेशिया से स्वतंत्र हुआ था और इसकी आबादी करीब 14 लाख है।
शिखर सम्मेलन में सभी सदस्य देशों के नेता मौजूद होंगे, सिवाय म्यांमार के कार्यवाहक राष्ट्रपति वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग के। हर साल की तरह, इस साल भी आसियान शिखर सम्मेलन के साथ ईस्ट एशिया समिट का आयोजन होगा। इसमें आसियान देशों के अलावा अमेरिका, चीन, भारत, रूस, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के नेता भी हिस्सा लेंगे।
इस बार शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, चीनी प्रधानमंत्री ली च्यांग, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, जापान के नए प्रधानमंत्री साने ताकाइची, दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग और न्यूज़ीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन शामिल होंगे। रूस का प्रतिनिधित्व उप प्रधानमंत्री अलेक्ज़ेंडर नोवाक करेंगे, जबकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल माध्यम से शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
आसियान शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। हालांकि, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी बहुप्रतीक्षित आमने-सामने की मुलाकात नहीं होगी, क्योंकि मोदी इस बार सम्मेलन में वर्चुअल माध्यम से हिस्सा ले रहे हैं। इस सम्मेलन पर दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं, क्योंकि एजेंडे में कई महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं।
रविवार को मलेशिया पहुंचने के बाद ट्रंप आसियान शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यह वही बैठक है, जिसे उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में कई बार मिस किया था। इस बार उनके एजेंडे में व्यापार वार्ता और शांति समझौते जैसे अहम विषय शामिल हैं। सम्मेलन के दौरान ट्रंप मलेशिया के साथ एक व्यापारिक समझौते पर भी हस्ताक्षर करेंगे।
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आगमन से पहले ट्रंप ने घोषणा की थी कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच भी हाल ही में हुई झड़पों के कुछ महीनों बाद शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इसके अलावा, ट्रंप सम्मेलन के बाहर ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा से भी मुलाकात कर सकते हैं ताकि दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत किया जा सके। एशिया यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जापान और दक्षिण कोरिया भी जाएंगे और उन्होंने संकेत दिया कि 2019 के बाद पहली बार उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से मिलने की संभावना है।
इस हफ्ते की शुरुआत में भारत और मलेशिया ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री मोदी कुआलालंपुर नहीं जाएंगे। इसके बजाय वे सम्मेलन में वर्चुअल माध्यम से शामिल होंगे। इससे पहले उम्मीद थी कि मोदी और ट्रंप दोनों देशों के बीच चल रही व्यापार वार्ताओं के दौरान आमने-सामने मिलेंगे, लेकिन नई दिल्ली की घोषणा के बाद यह संभावना खत्म हो गई। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर 27 अक्टूबर को होने वाले ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन सहित कई अहम बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। बताया गया है कि मोदी ने कार्यक्रम की व्यस्तता और अन्य कारणों के चलते व्यक्तिगत रूप से शामिल न होने का निर्णय लिया।






