भारतीय मूल की सांसद अनीता आनंद (फाइल फोटो-सौ. से सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : कनाडा में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद PM की कुर्सी के दावेदारों की रेस तेज हो गयी है। फिलहाल भारतीय मूल की सांसद अनीता आनंद का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे आगे किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट व कनाडा मामलों के जानकारों की जानकारी में दावा किया जा रहा है कि पार्टी में अनीता के नाम पर सहमति बन सकती है। अगर ऐसा होता है तो वो कनाडा में प्रधानमंत्री पद पर पहुंचने वाली पहली अश्वेत महिला होने के साथ-साथ कनाडा की दूसरी महिला प्रधानमंत्री होंगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सत्ताधारी लिबरल पार्टी इस साल होने वाले संसदीय चुनाव से पहले देश का नया प्रधानमंत्री चुन सकती है। बुधवार को इसी को लेकर नेशनल कॉकस की बैठक हो रही है, जिसमें इस पर मुहर लग सकती है।
जानकारों का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो वो कनाडा में प्रधानमंत्री पद पर पहुंचने वाली पहली अश्वेत महिला होने का रिकॉर्ड बना लेंगी। फिलहाल जब तक कोई नया नेता नहीं चुना जाता है, तब तक ट्रूडो प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बने रहेंगे।
भारतीय मूल की सांसद अनीता आनंद (फाइल फोटो-सौ. से सोशल मीडिया)
कौन हैं अनीता आनंद
अनीता आनंद लिबरल पार्टी की सीनियर मेंबर होने के साथ-साथ 2019 से कनाडाई संसद की सदस्य भी हैं। उन्होंने ट्रूडो सरकार में न सिर्फ कई प्रमुख विभागों को सफलतापूर्वक संभाला है, बल्कि हर जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है। वह पब्लिक सर्विस और खरीद मिनिस्ट्री, नेशनल डिफेंस मिनिस्ट्री और ट्रेजरी बोर्ड के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। इसके अलावा वह 2024 से ट्रांसपोर्ट और इंटरनल ट्रेड मिनिस्टर के रूप में कार्य कर रही हैं।
अनीता के पिता तमिलनाडु के रहने वाले हैं, जबकि उनकी मां पंजाब की रहने वाली थीं। हालांकि, अनीता का जन्म और पालन-पोषण कनाडा के ग्रामीण क्षेत्र नोवा स्कोटिया में हुआ था। अनीता ने क्वीन्स यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में आर्ट्स ग्रेजुएशन, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से न्यायशास्त्र में आर्ट्स ग्रेजुएशन, डलहौजी यूनिवर्सिटी से लॉ ग्रेजुएशन और टोरंटो यूनिवर्सिटी से लॉ में मास्टर्स की डिग्री हासिल करके अपने करियर को आगे बढ़ाया।
57 साल की अनीता पेशे से वकील हैं। उन्होंने 2019 में कनाडा की ओकविल सीट से पहला संसदीय चुनाव जीता था। इसी साल उन्हें सार्वजनिक सेवाओं और खरीद का कैबिनेट मंत्री बनाया गया। पब्लिक सर्विस मिनिस्टर के तौर पर उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अनीता कनाडा का रक्षा मंत्रालय संभालने वाली दूसरी महिला हैं। इससे पहले 1990 में किम कैंपबेल ने ये जिम्मेदारी संभाली थी। अनीता टोरंटो यूनिवर्सिटी की एसोसिएट डीन भी रह चुकी हैं। उन्होंने 1995 जॉन नोल्टन से शादी की, जो एक कनाडाई वकील और बिजनेस एग्जीक्यूटिव हैं। उनके 4 बच्चे हैं।
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अनीता आनंद लैंगिक समानता की मुखर समर्थक रहने वाली हैं। अनीता ने LGBTQIA+ अधिकारों का सपोर्ट करते हुए सेक्शुअल मिसकंडक्ट से लड़ने और कनाडाई डिफेंस फोर्सेज में कल्चरल परिवर्तन लाने के लिए पहल भी की थी।
किम कैंपबेल थीं पहली महिला प्रधानमंत्री
प्रोग्रेसिव कंजर्वेटिव पार्टी की किम कैंपबेल 1993 में कनाडा की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं थीं, जिसके बाद से अब तक कोई महिला कनाडा में प्रधानमंत्री पद पर काबिज नहीं हो सकी है। अब अनीता आनंद रेस में शामिल हुयीं हैं।
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आपको याद होगा कि पार्टी के अंदर बढ़ रहे विरोध व नेताओं की तरफ से लगातार बढ़ते दबाव के बाद प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 6 जनवरी को पार्टी लीडर और PM दोनों पद से इस्तीफा देते हुए सबको चौंका दिया था। हालांकि उनकी सरकार का कार्यकाल अक्टूबर तक था और वह नवंबर 2015 में देश के प्रधानमंत्री बने थे।