मुर्शिदाबाद हिंसा में एक और गिरफ्तारी
कोलकाता: मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद से अभी भी वहां हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। मुर्शिदाबाद से पलायन किए लोग वहां अभी भी लौटने से डर रहे हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले में पिता-पुत्र की हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अन्य आरोपियों के बारे में छानबीन कर रही है।
पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शमशेरगंज के जाफराबाद में दो लोगों की हत्या के मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान जाफराबाद के पड़ोसी गांव सुलिताला पुरबापारा निवासी जियाउल शेख के रूप में की गई है। वह 12 अप्रैल को की गई हत्या की इस वारदात के बाद से फरार था। पश्चिम बंगाल एसटीएफ और एसआईटी ने शेख को उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा स्थित उसके ठिकाने से शनिवार को गिरफ्तार किया।
अधिकारी ने बताया कि यह व्यक्ति उन मुख्य आरोपियों में से एक है, जिन्होंने साजिश रचकर 12 अप्रैल को हरगोबिंदो दास और उसके बेटे चंदन दास के घर पर तोड़फोड़ करने और उनकी हत्या करने के लिए भीड़ को उकसाया था। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास 12 अप्रैल को अपराध स्थल पर उसकी मौजूदगी को साबित करने के लिए सीसीटीवी फुटेज और उसके मोबाइल फोन संबंधी जानकारी समेत कई सबूत हैं।
इससे पहले दो और गिरफ्तारियां हुई थीं
इससे पहले, पुलिस ने दो भाइयों कालू नादर एवं दिलदार के अलावा इंजमाम उल हक नाम के व्यक्ति को पिता-पुत्र की हत्या में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कालू को बीरभूम जिले के मुराराई से गिरफ्तार किया गया जबकि उसके भाई दिलदार को बांग्लादेश सीमा क्षेत्र से सुती पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र में पकड़ा गया। तीसरे आरोपी को जाफराबाद के पड़ोसी गांव सुरीपारा से पकड़ा गया।
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अधिकारी ने बताया कि हमने मुर्शिदाबाद हिंसा के मामलों में 100 से अधिक प्राथमिकी दर्ज की हैं। हमने इन मामलों में अब तक 276 लोगों को गिरफ्तार किया है। वक्फ अधिनियम में संशोधन को लेकर हालिया विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई थी।