अमित शाह व ममता बनर्जी (डिजाइन फोटो)
कोलकाता: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कोलकाता में भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। अमित शाह ने कहा कि अगर दीदी (ममता बनर्जी) में हिम्मत है तो वह बिना हिंसा के चुनाव लड़ें, उनकी जमानत जब्त हो जाएगी।
अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी ने वोट बैंक के लिए तुष्टिकरण की सारी हदें पार कर दी हैं। पहलगाम में हमारे लोग मारे गए। ऑपरेशन सिंदूर के तहत हम 100 किलोमीटर (पाकिस्तान के अंदर) गए और उनके मुख्यालय को नष्ट कर दिया। सैकड़ों आतंकवादी मारे गए और इससे दीदी के पेट में दर्द होता है। उन्होंने राजनीतिक भाषण दिया और ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि देश की करोड़ों महिलाओं की भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ किया है। पश्चिम बंगाल की बहनों और माताओं को आगामी चुनावों में ममता बनर्जी को सिंदूर का महत्व सिखाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनानी है। घुसपैठ रोकनी है, भ्रष्टाचार रोकना है और हिंदुओं का पलायन रोकना है।
अमित शाह ने कहा कि ‘सालों तक बंगाल पर कम्युनिस्टों का शासन था। उसके बाद ममता बनर्जी ‘मां, माटी, मानुष’ का नारा लेकर आईं। उन्होंने बंगाल की महान भूमि को घुसपैठ, महिलाओं पर अत्याचार, अपराध, बम विस्फोट और हिंदुओं के साथ अनैतिकता की भूमि में बदल दिया। ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद पश्चिम बंगाल में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। दीदी, मेरी बात सुन लो, अब तुम्हारा समय खत्म हो गया है। 2026 में भाजपा की सरकार बनेगी।’
गृह मंत्री शाह ने कहा कि युवाओं की नौकरियां कलकत्ता के बाजार में बिकती हैं। उनके घरों से (टीएमसी) का इतना पैसा पकड़ा जाता है कि मशीनें उसे गिनते-गिनते थक जाती हैं। अब इस प्रक्रिया को रोकना होगा। उन्होंने कहा, ‘बंगाल का चुनाव न केवल बंगाल का भविष्य तय करता है, बल्कि यह देश की सुरक्षा से भी जुड़ा है। क्योंकि ममता बनर्जी ने बंगाल की सीमाएं बांग्लादेशियों के लिए खुली छोड़ दी हैं। उनके आशीर्वाद से बंगाल में घुसपैठ हो रही है। इस घुसपैठ को केवल भाजपा सरकार ही रोक सकती है।