गणतंत्र दिवस 2025 पर स्कूल में बच्चों को असली में फांसी दी गई (सोर्स- वीडियो)
नवभारत डेस्क: देश-दुनिया में कई ड्रामा कंपनियां हैं, जो लोगों के अंदर कला पैदा करने का काम करती है। लोग अपने किरदार में इस तरह घुस जाते हैं कि वह अपनी असलियत भूलकर अपने किरादार को ही जिने लगते हैं और इस तरह के नाटक को ही असली माना जाता है। ऐसे में अब ये आलम है कि लोग ड्रामा को असली दिखाने के चक्कर में लापरवाह भी होने लगे हैं और खुद की जिंदगी के साथ-साथ दूसरों की जिंदगी के साथ भी खेलने लगे हैं। कुछ ऐसी ही एक घटना सामने आई है जहां एक स्कूल में गणतंत्र दिवस पर आयोजित एक नाटक में बच्चो को असली में ही फांसी दे दी गई।
जी हां, ये सच्ची घटना है, सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा। जिसमें देखा जा सकता है कि एक नाटक के दौरान बच्चों को असली फांसी पर चढ़ा दिया जाता है। जिसकी वजह से उनके पांव हवा में लटकने लगते हैं और उनकी जान पर बन आती है। हालांकि समय रहते हुए उन बच्चों को बचा लिया गया।
प्रोग्राम के लिए किसी की जिंदगी को यूं खतरे में डालना गलत है।
सोशलमीडिया पर वीडियो वायरल है।
कबकी और कहाँ की घटना इसकी जाँच कर इसका संज्ञान लिया जाना आवश्यक है। pic.twitter.com/ylTbrxq04s— अश्विनी सोनी اشونی سونی (@Ramraajya) January 28, 2025
वायरल वीडियो को देखने से ये लगता है कि ये नाटक गणतंत्र दिवस पर आयोजित भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की जीवनी पर आधारित है। इस नाटक में बच्चों को अभिनय करते हुए नकली फांसी देनी थी, लेकिन अचानक से इस नाटक ने खतरनाक रूप ले लिया और बच्चों को असली फांसी लगने लगी।
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जिसके बाद एक व्यक्ति की इन बच्चों पर नजर पड़ी और वो उन्हें बचाने पहुंच गया। हालांकि मंच पर मौजूद पर कोट वाले शख्स ने उस व्यक्ति को बच्चों का बचाने से रोक दिया। लेकिन जब बाद में उसे भी एहसास हुआ तो वो भी बच्चों को बचाने के लिए दौड़ गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जब से वायरल हुआ है, जब से हर कोई इसकी कड़ी आलोचना कर रहा है, साथ ही स्कूल की इस लापरवाही पर लोग कड़ी जांच की मांग भी कर रहे हैं।