बीजेपी ने एक बार फिर वन नेशन वन इलेक्शन की वकालत की है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन समल ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से विकास कार्य ठप पड़ जाते हैं और पूरे साल चुनावी प्रक्रिया में देश उलझा रहता है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग चुनावों पर भारी खर्च होता है, जो हर बार बढ़ रहा है। साल 2019 में जहां चुनाव पर 6000 करोड़ खर्च हुए थे, वहीं यह राशि अब बढ़कर 35,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है। मनमोहन समल ने दावा किया कि अगर देश में एक साथ चुनाव होते हैं तो जीडीपी में 1.5% तक की वृद्धि संभव है। इससे सरकारों को पांच साल तक बिना रुकावट विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह संभव हो सकता है और इसे लेकर राष्ट्रीय स्तर पर आम सहमति बनानी होगी।
बीजेपी ने एक बार फिर वन नेशन वन इलेक्शन की वकालत की है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन समल ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से विकास कार्य ठप पड़ जाते हैं और पूरे साल चुनावी प्रक्रिया में देश उलझा रहता है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग चुनावों पर भारी खर्च होता है, जो हर बार बढ़ रहा है। साल 2019 में जहां चुनाव पर 6000 करोड़ खर्च हुए थे, वहीं यह राशि अब बढ़कर 35,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है। मनमोहन समल ने दावा किया कि अगर देश में एक साथ चुनाव होते हैं तो जीडीपी में 1.5% तक की वृद्धि संभव है। इससे सरकारों को पांच साल तक बिना रुकावट विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह संभव हो सकता है और इसे लेकर राष्ट्रीय स्तर पर आम सहमति बनानी होगी।