समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि चैनल्स को फंड दिया जाता है क्योंकि उनका खर्चा बहुत अधिक होता है। यादव के अनुसार, ये एग्जिट पोल केवल कार्यकर्ताओं को निराश (डिमोलाइज) करने के लिए हैं, ताकि वे अपनी हिम्मत हार दें। उन्होंने स्पष्ट किया कि एग्जिट पोल बेईमानी करने के लिए भूमिका तैयार करने का एक माध्यम है।
यादव ने 2022 के चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि उस समय फर्रुखाबाद के ‘बेईमान जिला अधिकारी’ ने रिजल्ट बदल दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि 2022 के चुनाव में बीजेपी के नेता सेंट्रल फोर्स लेकर कन्नौज में काउंटिंग सेंटर में घुस गए थे और रिजल्ट बदल दिया। उन्होंने सवाल किया कि कोई भी ‘फोर्स से’ या ‘सरकार से’ कैसे लड़ सकता है। उन्होंने चंडीगढ़ में हुई ‘चोरी’ का भी हवाला दिया, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लिया और जिसकी चोरी लगातार कैमरों पर पकड़ी जाती है।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि चैनल्स को फंड दिया जाता है क्योंकि उनका खर्चा बहुत अधिक होता है। यादव के अनुसार, ये एग्जिट पोल केवल कार्यकर्ताओं को निराश (डिमोलाइज) करने के लिए हैं, ताकि वे अपनी हिम्मत हार दें। उन्होंने स्पष्ट किया कि एग्जिट पोल बेईमानी करने के लिए भूमिका तैयार करने का एक माध्यम है।
यादव ने 2022 के चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि उस समय फर्रुखाबाद के ‘बेईमान जिला अधिकारी’ ने रिजल्ट बदल दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि 2022 के चुनाव में बीजेपी के नेता सेंट्रल फोर्स लेकर कन्नौज में काउंटिंग सेंटर में घुस गए थे और रिजल्ट बदल दिया। उन्होंने सवाल किया कि कोई भी ‘फोर्स से’ या ‘सरकार से’ कैसे लड़ सकता है। उन्होंने चंडीगढ़ में हुई ‘चोरी’ का भी हवाला दिया, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लिया और जिसकी चोरी लगातार कैमरों पर पकड़ी जाती है।






