गुजरात के अहमदाबाद में शुक्रवार सुबह भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा धूमधाम और परंपरा के साथ प्रारंभ हुई। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। परंपरा के अनुसार, जमालपुर स्थित प्राचीन जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के रथों को खलासी समुदाय के सदस्यों द्वारा विधिपूर्वक बाहर निकाला गया। रथयात्रा में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी भाग लिया। मुख्यमंत्री पटेल ने सुबह पहले भगवान की पूजा-अर्चना कर ‘पहिंद विधि’ निभाई, जिसमें सोने की झाड़ू से रास्ते की प्रतीकात्मक सफाई की जाती है। इसके पश्चात उन्होंने रथ की रस्सियां पकड़कर स्वयं उसे खींचा। तीनों देवताओं की भव्य शोभायात्रा लगभग 400 वर्ष पुराने मंदिर से शुरू होकर पुराने शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरती हुई रात आठ बजे तक मंदिर में लौटने की संभावना है। भगवान जगन्नाथ को अहमदाबाद पहली बार गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
गुजरात के अहमदाबाद में शुक्रवार सुबह भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा धूमधाम और परंपरा के साथ प्रारंभ हुई। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। परंपरा के अनुसार, जमालपुर स्थित प्राचीन जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के रथों को खलासी समुदाय के सदस्यों द्वारा विधिपूर्वक बाहर निकाला गया। रथयात्रा में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी भाग लिया। मुख्यमंत्री पटेल ने सुबह पहले भगवान की पूजा-अर्चना कर ‘पहिंद विधि’ निभाई, जिसमें सोने की झाड़ू से रास्ते की प्रतीकात्मक सफाई की जाती है। इसके पश्चात उन्होंने रथ की रस्सियां पकड़कर स्वयं उसे खींचा। तीनों देवताओं की भव्य शोभायात्रा लगभग 400 वर्ष पुराने मंदिर से शुरू होकर पुराने शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरती हुई रात आठ बजे तक मंदिर में लौटने की संभावना है। भगवान जगन्नाथ को अहमदाबाद पहली बार गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।