महाकुंभ 2025, प्रयागराज
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महज कुछ ही महीनों बाद 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ आयोजित होने वाला है। इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं को यहां के पौराणिक महत्व के मंदिर नये रंगरूप में नजर आने वाले हैं। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने इन मंदिरों के कायाकल्प का बीड़ा उठाया है।
बता दें कि प्रयागराज के इन मंदिरों के कॉरीडोर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। अपर मेलाधिकारी (कुम्भ) विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि पौराणिक महत्व के मंदिरों के कॉरीडोर और जीर्णोद्धार का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है।
उन्होंने इस बारे में आगे जानकारी देते हुए बताया कि ऐसी कुल 19 परियोजनाओं में से 17 परियोजनाएं 15 नवंबर तक पूरी कर ली जाएंगी जबकि शेष दो परियोजनाएं 30 नवंबर तक पूरी हो जाएंगी। चतुर्वेदी ने बताया कि हाल ही में लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा महाकुंभ की समीक्षा बैठक में इन परियोजनाओं के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
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आपको जानकारी के लिए बता दें कि मंदिरों के कॉरीडोर और जीर्णोद्धार से संबंधित परियोजनाओं में तीन प्रमुख विभाग पर्यटन विभाग, स्मार्ट सिटी और प्रयागराज विकास प्राधिकरण कार्य कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि 15 नवंबर तक पूर्ण होने वाली परियोजनाओं में भरद्वाज कॉरिडोर, मनकामनेश्वर मंदिर कॉरिडोर समेत द्वादश माधव मंदिर, पड़िला महादेव मंदिर, अलोपशंकरी मंदिर और नौ अन्य मंदिरों का जीर्णोद्धार शामिल है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा, अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर और पातालपुरी कॉरिडोर भी 15 नवंबर तक पूरे कर लिए जाएंगे। चतुर्वेदी ने बताया कि वहीं नागवासुकी मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य 30 नवंबर तक जबकि हनुमान मंदिर कॉरिडोर का कार्य 10 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
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