यूपी उपचुनाव की तैयारियां शुरु
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इन सीटों में गाजियाबाद, कुंदरकी, खैर, मीरापुर, करहल, कटेहरी, मिल्कीपुर, मझवां, सीसामऊ और फूलपुर शामिल हैं। उपचुनाव को लेकर इलेक्शन कमीशन ने तैयारियां शुरु कर दी है। कमीशन का कहना है कि तय समय सीमा के भीतर ही इसे करवाया जाएगा। हालिया विधानसभा चुनाव के साथ इसे न कराए जाने के लिए आयोग ने मौसम सहित अन्य परिस्थितियों का तर्क दिया था।
फिलहाल, 26 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है, इसलिए आयोग को उससे पहले वहां की चुनाव प्रक्रिया पूरी करनी होगी। पूरी प्रक्रिया में 27 से 30 दिन का समय लगता है। ऐसे में अगले कुछ दिनों में ही कार्यक्रम जारी हो जाएगा। इसके साथ ही यूपी के भी उपचुनाव की संभावना है। 8 नवंबर तक छठ का त्योहार है। इसके बाद ही मतदान के आसार हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। उपचुनाव वाले क्षेत्रों में तीन साल पूरा कर चुके अधिकारियों को हटाने के लिए कहा जा चुका है। पिछले दिनों यहां के अधिकारियों की चुनाव प्रक्रिया की ट्रेनिंग भी करवाई गई थी।
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इन कारणों से सीट हुई खाली
कानपुर की सीसामऊ सीट यहां के सपा विधायक इरफान सोलंकी के सजायाफ्ता होने के कारण खाली हुई थी, जबकि बाकी 9 सीटों के विधायक अब सांसद बन चुके हैं। आमतौर पर सीट खाली होने के 6 महीने के भीतर उसे भरना होता है। यूपी से सांसद बने 9 विधायकों ने 10 से 14 जून के बीच इस्तीफा दिया था। इस हिसाब से 14 दिसंबर के पहले ये सीटें भरी nजानी चाहिए, लेकिन इरफान की सीट 7 जून को ही रिक्त घोषित की गई थी, इसलिए, यह 7 दिसंबर के पहले भरी जानी है, इसलिए नवंबर में चुनाव करवाने ही होंगे। आमतौर पर सीट खाली होने के 6 महीने के भीतर उसे भरना होता है।
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यूपी से सांसद बने 9 विधायकों ने 10 से 14 जून के बीच इस्तीफा दिया था। इस हिसाब से 14 दिसंबर के पहले ये सीटें भरी जानी चाहिए, लेकिन इरफान की सीट 7 जून को ही रिक्त घोषित की गई थी, इसलिए, यह 7 दिसंबर के पहले भरी जानी है, इसलिए नवंबर में चुनाव करवाने ही होंगे।