गोरखपुर PWD ऑफिस में हंगामा, फोटो- सोशल मीडिया
Fight in PWD Office: पीडब्ल्यूडी ऑफिस गोरखपुर में दोपहर करीब 1:30 बजे यह घटना हुई, जब JE अपने कार्यालय में मौजूद थे। उसी दौरान एक ठेकेदार वहां पहुंचे और किसी मुद्दे को लेकर बहस शुरू हो गई। माहौल इतना बिगड़ गया कि हाथापाई की नौबत आ गई।
JE का आरोप है कि ठेकेदार बार-बार कार्यालय में आकर काम में बाधा डाल रहे थे। जब उन्हें बाहर जाने को कहा गया, तो उन्होंने अचानक मारपीट शुरू कर दी। इसी दौरान जेई की शर्ट भी फट गई।
हंगामा सुनकर बाकी कर्मचारी वहां पहुंचे और स्थिति संभालने के लिए ठेकेदार को एक कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद कर्मचारियों ने डॉयल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों की बात सुनी। जब मामला शांत नहीं हुआ तो दोनों को कैंट थाने ले जाया गया, जहां जांच-पड़ताल की गई।
ठेकेदार का दावा है कि उन्होंने विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायत की थी, जिससे JE और अन्य अधिकारी उनसे नाराज चल रहे थे। उनका कहना है कि वह एक AE से मिलने गए थे, लेकिन वहां उन पर झूठे आरोप लगाए गए। उन्होंने यह भी बताया कि वह PWD में रजिस्टर्ड कांट्रेक्टर हैं।
ठेकेदार द्वारा की गई शिकायत में आरोप है कि विभाग के अधिकारियों ने वित्तीय वर्ष 2022-23 से लेकर 2024-25 तक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करीब 50 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता की है। खासकर वीआईपी कार्यक्रमों के नाम पर फर्जी बिल बनाकर धन की बंदरबांट की गई।
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घटना के बाद पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों में आक्रोश फैल गया। बुधवार रात JE एसोसिएशन के अध्यक्ष डीके सिंह ने अन्य अभियंताओं के साथ जिलाधिकारी दीपक मीणा और एसएसपी से मुलाकात की। उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और घटना की निष्पक्ष जांच की बात कही।
इस विवाद का असर दूसरे सरकारी कामों पर भी पड़ा। बुधवार को रजिस्ट्री कार्यालयों में कामकाज प्रभावित रहा और कुछ जरूरी रजिस्ट्रियां नहीं हो सकीं। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी दिक्कतें अब दूर कर दी गई हैं और जल्द ही सामान्य कामकाज बहाल कर दिया जाएगा।