बिहार को लेकर ज्यादातर लोगों के मन में गरीब राज्य की धारणा बनी हुई है। लेकिन इस राज्य में आपको ऐसी खूबसूरती देखने को मिलेगी जो शायद ही कहीं और होगी। अगर आप यहां घूमने का प्लान कर रहे हैं तो यहां के बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट को एक्सप्लोर कर सकते हैं।
बिहार की खूबसूरती को बढ़ाते हैं ये वाटरफॉल, आप भी बनाएं घूमने का प्लान
बिहार को लेकर ज्यादातर लोगों के मन में गरीब राज्य की धारणा बनी हुई है। लेकिन इस राज्य में आपको ऐसी खूबसूरती देखने को मिलेगी जो शायद ही कहीं और होगी। अगर आप यहां घूमने का प्लान कर रहे हैं तो यहां के बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट को एक्सप्लोर कर सकते हैं। बिहार में कई सारे वाटरफॉल भी मौजूद हैं जहां आप जा सकते हैं।
बिहार के कैमूल जिले से सिर्फ 35 किलोमीटर दूर स्थित करकटगढ़ वाटरफॉल छुट्टियां बिताने के लिए बहुत ही बेहतरीन जगह है। यहां पर आप परिवार या दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए आ सकते हैं। यहां पर पर्यटकों के लिए इको पार्क भी बनाया गया है। इसके अलावा यहां पर मगरमच्छ संरक्षण केंद्र है। इस वाटरफॉल में कर्मशा नदी का पानी आता है जो करीब 500 फीट की ऊंचाई से गिरता है।
नवादा स्थित ककोलत झरना बहुत ही खूबसूरत और शानदार है। यहां पर गर्मियों के समय पानी बहुत ही ठंडा रहता है। मान्यताओं के अनुसार ऋषि की वजह से यहां राजा सांप में बदल गए थे उसके बाद से वह इस जलप्रपात में आकर रहने लगे थे। इस वाटरफॉल की खूबसूरती देखने लायक है।
मांझर कुंड सासाराम मुख्यालय से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है जहां चारों ओर घना जंगल मौजूद है। इस जगह की खूबसूरती घूमने के लिए बहुत ही बेहतरीन रहेगी। पहाड़ों की चट्टानों के टेढ़े मेढ़े रास्ते और गिरता हुआ पानी बहुत ही आकर्षक लगते हैं। यहां वीकेंड पर समय बिताने के लिए प्लान किया जा सकता है।
कैमूर के भभुआ औधोरा मार्ग पर स्थित तिलहर वाटरफॉल बहुत ही शानदार है। यह दुर्गावती नदी के पास स्थित है। यहां चारों ओर आपको विशाल पेड़ देखने को मिलेंगे जहां पर बहुत ठंड होती है। यह झरना करीब 80 फीट की ऊंचाई से गिरता है। पिकनिक मनाने के लिए यह जगह बेस्ट है।
कशिश वाटरफॉल पटना से करीब 175 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह बिहार के रोहतास जिले के अमझेरा गांव में है। इसकी ऊंचाई 800 फीट है। पहाड़ों से निकलने की वजह से यह तीन दिशाओं में गिरता हुआ नजर आता है। कहा जाता है कि वाटरफॉल में नहाने से सेहत अच्छी रहती है।