Uttar Pradesh: कम बजट में करना चाहते हैं सहारनपुर की सैर, इन पर्यटन स्थल के सुंदर नजारे जीत लेंगे दिल
Famous Tourist Places in Saharanpur: उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला पर्यटकों के लिहाज से बहुत ही खूबसूरत शहर है। यहां पर कई सुंदर और आकर्षक पर्यटन स्थल है। इन्हें देखने के बाद आपका वापस जाने का मन नहीं करेगा। इसके अलावा यह जगह बजट में एक्सप्लोर की जा सकती है। रोज की भागदौड़ और मानसिक रूप से अशांत जिदंगी को छोड़कर कुछ समय शांति और सुकून में बिताने के लिए इस जगह को घूमने के लिए चुना जा सकता है। आज हम आपको सहारनपुर की कुछ ऐसी ही प्रसिद्ध जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर आप अप्रैल या मई में घूमने का प्लान कर सकते हैं।
सहारनपुर से करीब 38 किमी दूर स्थित शिवालिक पहाड़ियों पर स्थित माता शाकंभरी देवी मंदिर है। पौराणिक कथा के अनुसार जब दुर्गमासुर नाम का राक्षस लोगों को भयभीत करने लगा था तब देवताओं ने मां शाकंभरी देवी से आह्वान किया था। जिसके बाद मां ने दानव का वध किया था। माना जाता है कि इस युद्ध की वजह से धरती पर हरियाली समाप्त हो गई थी। देवताओं के प्रार्थना करने के बाद मां शाकंभरी देवी ने अपनी का इस्तेमाल करके शाक, सब्जी उत्पन्न की थी। हर साल यहां पर नवरात्रों पर विशाल मेले का भी आयोजन किया जाता है।
सहारनपुर का कंपनी गार्डन पार्क सबसे अनोखा है। यहां पर घूमने के लिए आपको एंट्री चार्ज देना होगा। पार्क में आपको कई तरह के पेड़ पौधे देखने को मिल जाएंगे। इसके अलावा अलग-अलग प्रजातियों के फूलों को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। परिवार के साथ इस जगह पर आप पिकनिक का प्लान कर सकते हैं। गर्मियों के समय यह जगह बहुत ही ठंडक और सुकून देती है। सुबह और शाम के समय इस पार्क में बहुत से लोग टहलने के लिए आते हैं। जानकारी के मुताबिक भारत में सबसे पहले चाय का पेड़ इसी कंपनी बाग में आया था।
सहारनपुर का फुलवारी आश्रम पर्यटन स्थल है जो बाबा लाल दास रोड पर स्थित है। यह आश्रम स्वतंत्रता संग्राम का गवाह रहा है। देश की आजादी की लड़ाई के समय शहीद ए आजम फुलवारी आश्रम में बने ठाकुर जी के मंदिर की गुम्मद में रात को छिपे रहे थे। इस आश्रम के पास पौधों की नदी और हाजी कमाल शाह व बाबा लाल दास की दोस्ती के किस्से सुनने को भी मिलेंगे।
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प्रयागराज के अलावा सहारनपुर में भी आपको गंगा और यमुना नदी का संगम देखने को मिलेगा। यहां पर लोग दूर दूर से पूजा पाठ करने के लिए आते हैं। यहां पर मौजूद गांव कुआं खेड़ा स्थित गंगा और यमुना का मिलन होता है। इसे भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है। यह संगम सहारनपुर से करीब 55 किमी दूर स्थित है। हर साल यहां पर विशाल मेले का भी आयोजन होता है।