WhatsApp में करें Meta से बात। (सौ. Pixabay)
WhatsApp ने एंड्रॉयड के लिए अपने नए बीटा वर्जन में एक बेहद खास फीचर की टेस्टिंग शुरू कर दी है। यह फीचर यूज़र्स को Meta AI के साथ वॉइस इंटरफेस के ज़रिए बातचीत करने की सुविधा देता है। इस अपडेट के साथ, कुछ बीटा टेस्टर्स अब Meta AI के साथ एक कॉल-जैसे वॉइस सेशन में शामिल हो सकते हैं, जो ऐप बदलने के बाद भी एक्टिव रहेंगा।
जब कोई यूज़र चैट्स टैब से Meta AI खोलता है, तो उसे एक वेवफॉर्म आइकन दिखाई देता है। उस पर टैप करके वॉइस सेशन शुरू किया जा सकता है। यदि यूज़र चाहता है कि जैसे ही वह Meta AI चैट खोले, वॉइस चैट अपने आप चालू हो जाए, तो वह ‘वॉइस प्रेफरेंस’ में जाकर इसे ऑन कर सकता है।
कॉल्स टैब से Meta AI खोलने पर वॉइस चैट बिना किसी अतिरिक्त क्लिक के खुद-ब-खुद शुरू हो जाती है। यह डिज़ाइन उसी तरह काम करता है जैसे कोई सामान्य वॉइस कॉल।
यूज़र्स चाहें तो “कॉलैप्स” आइकन पर टैप करके वॉइस सेशन को बैकग्राउंड में चालू रख सकते हैं। उदाहरण के लिए, नोट्स ऐप खोलकर कोई टेक्स्ट पढ़ें और Meta AI से फीडबैक लें, या ब्राउज़र पर वेबसाइट पढ़ते हुए किसी टर्म की व्याख्या मांगें।
Meta AI स्क्रीन में कुछ डिफॉल्ट सजेशन्स होंगे, जो यूज़र्स को बातचीत शुरू करने में मदद करेंगे। यूज़र टेक्स्ट इनपुट बार से डायरेक्ट फोटो या गैलरी की फाइल भी शेयर कर सकते हैं। भविष्य में दस्तावेज़ जैसे अन्य फॉर्मेट्स का सपोर्ट भी जुड़ सकता है।
यूज़र्स एंड्रॉयड सिस्टम के प्राइवेसी इंडिकेटर (हरियाली डॉट) के जरिए जान सकते हैं कि माइक कब एक्टिव है। यह सिस्टम-लेवल फीचर है जिसे ऐप्स बदल नहीं सकते, जिससे यूज़र की ऑडियो प्राइवेसी बनी रहती है।
यूज़र जब चाहे माइक्रोफोन म्यूट कर सकता है, या “X” बटन से वॉइस सेशन बंद कर सकता है। चाहे तो यूज़र टेक्स्ट मोड पर लौटकर बातचीत जारी रख सकता है।
ये भी पढ़े: IRCTC पासवर्ड भूल गए? अब मिनटों में करें रीसेट, जानिए पूरा आसान तरीका
इस फीचर से उन लोगों को मदद मिलेगी जो टाइप करने की बजाय बोलना पसंद करते हैं। यह फीचर ड्राइविंग, काम करते समय या सीमित मूवमेंट वाले यूज़र्स के लिए खासा उपयोगी है। Meta AI के साथ वॉइस इंटरैक्शन ज़्यादा प्राकृतिक और ह्यूमन-लाइक फील देता है।
यह वॉइस चैट फीचर फिलहाल बीटा यूज़र्स के लिए उपलब्ध है, लेकिन आने वाले हफ्तों में यह अधिक यूज़र्स के लिए जारी किया जाएगा।