क्या होते है प्लेन के Srcurity Check. (सौ. Freepik)
हवाई यात्रा को सबसे सुरक्षित परिवहन माध्यम माना जाता है, और इसका श्रेय एयरपोर्ट पर किए जाने वाले सख्त सुरक्षा चेक्स को भी जाता है। जब भी कोई विमान उड़ान भरता है, उससे पहले कई तरह की जांच प्रक्रिया से गुजरता है ताकि यात्री, क्रू और विमान तीनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। आइए जानते हैं कि एक हवाई जहाज़ के उड़ान भरने से पहले कौन-कौन सी सुरक्षा जांच की जाती है।
फ्लाइट के लैंड होने के बाद ग्राउंड स्टाफ द्वारा विमान की अच्छी तरह से सफाई की जाती है और किसी संदिग्ध वस्तु की खोज के लिए विजुअल जांच होती है। यह सुनिश्चित करता है कि कोई खतरे की वस्तु विमान में न रह जाए।
विमान के पहिए, ब्रेक सिस्टम, विंग्स और कंट्रोल सर्फेस (जैसे फ्लैप्स, एलरॉन्स) की जांच इंजीनियर्स द्वारा की जाती है ताकि टेक-ऑफ के समय किसी प्रकार की तकनीकी गड़बड़ी न हो।
फ्लाइट से पहले फ्यूल की मात्रा और उसकी गुणवत्ता की जांच की जाती है। इसके अलावा इंजन में किसी तरह का ऑयल या हाइड्रोलिक लीक तो नहीं, यह भी देखा जाता है।
सीआईएसएफ और एयरपोर्ट सुरक्षा टीम विशेष तौर पर बॉम्ब स्क्वॉड की मदद से विमान में बम या अन्य विस्फोटक पदार्थों की जांच करती है। यह प्रक्रिया विशेष उपकरणों और ट्रेंड डॉग्स के जरिये की जाती है।
कैबिन क्रू और पायलट्स की ओर से भी कॉकपिट के उपकरणों, इमरजेंसी सिस्टम और कम्युनिकेशन डिवाइसेज़ की फाइनल चेकिंग होती है।
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विमान में चढ़ने से पहले सभी यात्रियों और उनके सामान की जांच मेटल डिटेक्टर, एक्स-रे मशीन और बॉडी स्कैनर से की जाती है।
हर उड़ान से पहले यह बहुस्तरीय सुरक्षा प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि आसमान में किसी भी प्रकार का जोखिम न हो। एयर इंडिया के अहमदाबाद हादसे के बाद अब एयरलाइंस इन सभी चेक्स को और सख्ती से लागू कर रही हैं ताकि भविष्य में किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।