ChatGPT के इस्तेमाल पर खर्च होता है पानी। (सौ. Design)
OpenAI द्वारा विकसित किया गया AI चैटबॉट ChatGPT ने हाल ही में एक नया मुकाम हासिल किया है। The Verge की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ChatGPT पर प्रतिदिन मिलने वाले प्रोम्प्ट की संख्या भारत की कुल आबादी से भी कहीं अधिक हो गई है। यह आंकड़ा तकनीक और AI उपयोग के क्षेत्र में एक बड़ा मोड़ साबित हो रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, ChatGPT को हर दिन लगभग 250 करोड़ प्रोम्प्ट मिलते हैं। ये प्रोम्प्ट्स यूज़र्स द्वारा पूछे गए सवाल या दिए गए निर्देश होते हैं, जिनका जवाब AI देता है।
University of California द्वारा 2023 में की गई एक स्टडी में खुलासा हुआ था कि AI मॉडल एक प्रोम्प्ट का जवाब देने के लिए लगभग 0.5 लीटर से 1 लीटर तक पानी की खपत करता है। यह पानी AI सिस्टम्स को ठंडा रखने के लिए उपयोग किया जाता है, खासतौर पर डेटा सेंटर्स में।
भारत की मौजूदा जनसंख्या करीब 140 करोड़ है, जबकि ChatGPT पर हर दिन उससे 80 प्रतिशत ज्यादा प्रोम्प्ट दिए जा रहे हैं। यानी हर दिन लगभग 250 करोड़ प्रोम्प्ट, जो न केवल इसकी लोकप्रियता बल्कि इसके जलवायु प्रभाव को भी दर्शाते हैं।
डेटा के अनुसार, ChatGPT पर साल भर में 912 बिलियन प्रोम्प्ट दर्ज किए जाते हैं। यह आंकड़ा इस बात का प्रमाण है कि AI अब हमारी दिनचर्या का अहम हिस्सा बनता जा रहा है।
OpenAI के प्रवक्ता Rob Friedlander ने इस रिपोर्ट की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, “यह डेटा सही है और आने वाले समय में सर्च की संख्या और भी बढ़ेगी।”
ChatGPT अब Google को सीधी टक्कर देने की स्थिति में आ चुका है। Google पर सालाना लगभग 5 ट्रिलियन सर्चेस होती हैं और OpenAI इस आंकड़े तक पहुंचने की दिशा में बढ़ रहा है।
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Reuters की एक रिपोर्ट के अनुसार, OpenAI जल्द ही अपना खुद का AI-पावर्ड वेब ब्राउजर लॉन्च कर सकता है, जो सीधे तौर पर Google Chrome को चुनौती देगा।
ChatGPT एक AI चैटबॉट है, जिसे ऐप या ब्राउजर के ज़रिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यूज़र्स इसमें प्रोम्प्ट देकर जवाब, लेख, ईमेल, या अन्य कंटेंट जनरेट करवा सकते हैं।