AI vs Humans क्या है youTube का भविष्य। (सौ. AI)
यूट्यूब की दुनिया में अब इंसान नहीं, मशीनें भी कंटेंट बना रही हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब सिर्फ टेक्स्ट या इमेज जनरेट करने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह वीडियो स्क्रिप्टिंग, वॉइसओवर, थंबनेल डिज़ाइनिंग और यहां तक कि एडिटिंग में भी पूरी तरह सक्षम हो गया है। ऐसे में सवाल उठता है – क्या इंसानी यूट्यूब क्रिएटर्स को अब खतरे में समझा जाए?
आज के समय में Runway ML, Pictory, Descript, Vidyo.ai और HeyGen जैसे AI टूल्स बिना किसी इंसानी हस्तक्षेप के पूरा वीडियो तैयार कर सकते हैं। एक ही क्लिक में वीडियो की स्क्रिप्ट लिखी जा सकती है, आर्टिफिशियल वॉइस में नैरेशन हो सकता है और ऑटोमैटिकली शॉर्ट्स या क्लिप्स बनाए जा सकते हैं। इससे यूट्यूब पर कई ऐसे चैनल बन चुके हैं जो पूरी तरह AI के ज़रिए चलाए जा रहे हैं।
हालांकि AI की तेजी से बढ़ती क्षमताओं के बीच कई डिजिटल एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पूरी तरह इंसानी क्रिएटर्स को हटाना फिलहाल संभव नहीं। “AI कंटेंट तेजी से बनता है, लेकिन उसमें भावनात्मक गहराई और ऑथेंटिसिटी की कमी होती है,” एक मीडिया एनालिस्ट ने कहा।
यूट्यूब ने अभी तक AI-जनरेटेड कंटेंट पर कोई कठोर प्रतिबंध नहीं लगाया है, लेकिन कंपनी की नई गाइडलाइंस पारदर्शिता को प्राथमिकता दे रही हैं। आने वाले समय में हर AI कंटेंट को डिस्क्लोजर देना जरूरी हो सकता है।
2025 तक माना जा रहा है कि यूट्यूब पर 40% तक कंटेंट AI से बनने लगेगा। ऐसे में क्रिएटर्स को अब सिर्फ क्रिएटिव नहीं, टेक्निकल भी बनना होगा, ताकि वे AI के साथ मिलकर बेहतर कंटेंट बना सकें, न कि उसकी जगह खो दें।