
-राजेश मिश्र
लखनऊ : देश और दुनिया में इत्र और परफ्यूम (Perfume) के जरिए अपनी खुशबू बिखेर रहे उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कन्नौज (Kannauj) में देश का पहला परफ्यूम पार्क (Perfume Park) इसी साल तैयार हो जाएगा। कन्नौज में 57 एकड़ में बन रहे परफ्यूम पार्क का पहले चरण 15 नवंबर से शुरु हो जाएगा। इस पार्क के जरिए उद्यमियों (Entrepreneurs) के साथ ही पर्यटन (Tourism) को भी जोड़ा जाएगा।
पार्क का निर्माण कन्नौज जिले के ठठिया इलाके में किया जा दुनिया में कन्नौज की खुशबू को पहचान दिलाने के लिए इसी साल दिसंबर में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अंतरराष्ट्रीय इत्र मेले का आयोजन करेगी। इस मेले के आयोजन की जिम्मेदारी कन्फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) को दी जाएगी और इसमें भागीदारी के लिए फ्रांस सहित दुनिया के कई देशों से इत्र के विशेषज्ञ बुलाए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव लघु उद्यम और निर्यात प्रोत्साहन, नवनीत सहगल के मुताबिक कन्नौज के इत्र को प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) में भी शामिल किया गया है। अभी प्रदेश में बनने वाले इत्र और परफ्यूम का कुल कारोबार 250 करोड़ रुपए सालाना का है जिसे बढ़ाकर 2500 करोड़ रुपए किया जाएगा। परफ्यूम पार्क के निर्माण की प्रगति की समीक्षा करने कन्नौज पहुंचे सहगल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने निर्यात नीति में बदलाव किया है और अब इत्र कारोबार से जुड़े व्यापारी यदि विदेशों में आयोजित होने वाले मेले में हिस्सा लेते हैं तो उनके आने जाने का खर्च दिया जाएगा। इतना ही नहीं विदेशो में भेजे जाने वाले सैंपल का भी खर्चा प्रदेश सरकार वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डालर तक पहुंचाने के लक्ष्य में इत्र उद्योग का भी योगदान होगा। सहगल ने कहा कि परफ्यूम पार्क के पहले चरण का काम 75 फीसदी पूरा कर लिया गया और इसे नवंबर में उद्यमियों और जनता के लिए चालू कर दिया जाएगा। कन्नौज में इसे थीम पार्क की तर्ज पर बनाया जा रहा है। जिससे यहां पर्यटन की गतिविधियां भी संचालित हो सकेंगी। कन्नौज के इत्र पार्क को देखने और इसके बनने की प्रक्रिया को जानने के लिए पर्यटक आएंगे।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि कन्नौज में इत्र निर्माताओं के सामने चंदन की लकड़ी की उपलब्धता को लेकर आने वाली दिक्कतों को दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसका भी उत्पादन स्थानीय स्तर पर किए जाने के प्रयास किए जाएंगे। कन्नौज में ही चंदन के पेड़ लगाने के लिए उपयुक्त स्थान तलाशा जाएगा। साथ ही किसानों को औषधीय और फूलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।






