(फोटो सोर्स सोशल मीडिया)
लेह : दुनिया का पहला ऊंचाई पर स्थित पैरा खेल केंद्र लद्दाख के लेह में स्थापित किया जायेगा। इस पैरा स्पोर्ट्स सेंटर का मकसद साल 2028 में लॉस एंजिलिस में होने वाले पैरालम्पिक से पहले खिलाड़ियों में कौशल और आत्मविश्वास भरना है। लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवेलपमेंट काउंसिल, लेह और आदित्य मेहता फाउंडेशन के बीच इस संबंध में एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गए हैं।
इसे लेकर काउंसिल के मुख्य कार्यकारी काउंसिलर एडवोकेट ताशी ग्यालसन ने कहा ,‘‘ यह हमारे लिये काफी गर्व का पल है कि पैरा खेलों में दुनिया का पहला ऊंचाई पर स्थित केंद्र लेह में बन रहा है । भारतीय पैरा एथलीटों ने 2024 पेरिस पैरालम्पिक में 29 पदक जीते जो हमारे देश में मौजूद प्रतिभाओं की बानगी है ।”
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लेह में बनाए जाने वाले इस पैरा स्पोर्ट्स सेंटर में तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, नेत्रहीन फुटबॉल, बोकिया, केनोइंग, साइकिलिंग, घुड़सवारी और गोलबॉल जैसे खेलों का अभ्यास खिलाड़ी कर सकेंगे। इसके साथ ही जूडो, पावरलिफ्टिंग, नौकायन, निशानेबाजी, वॉलीबॉल, तैराकी, टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, ट्रायथलन, व्हीलचेयर बास्केटबॉल, व्हीलचेयर तलवारबाजी, व्हीलचेयर रग्बी और व्हीलचेयर टेनिस का अभ्यास भी किया जा सकेगा। इस पैरा स्पोर्ट्स सेंटर को लेकर खिलाड़ी काफी उत्साहित हैं।
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गौरतलब है कि 28 अगस्त से 8 सितंबर तक फ्रांस की राजधानी में आयोजित पेरिस 2024 पैरालंपिक में भारत की ओर से रिकॉर्ड 84 पैरा-एथलीटों ने हिस्सा लिया। यहां पैरालंपिक इतिहास में अपना सबसे सफल प्रदर्शन करते हुए भारत ने कुल 29 पदक जीते, जिसमें 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदक शामिल रहे। इन खेलों में अवनि लेखरा पैरालंपिक खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी बनीं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)