मध्यप्रदेश ने सुनहरे अक्षरों में इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराया है। यानि टीम रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के फाइनल में पहुँच गई है। जहाँ रणजी ट्रॉफी के इतिहास में अब तक मध्यप्रदेश कभी-भी विजेता नहीं बन सका है, वहीं इस बार जीत की उम्मीद जगाते हुए मध्यप्रदेश ने सन् 1999 के बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में क्वालीफाई किया है।
इसके प्रति अपनी खुशी जाहिर करते हुए भारतीय महिला क्रिकेटर नेहा तंवर ने देश के अपने सोशल माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, कू पर एक पोस्ट साझा की है, जिसके माध्यम से उन्होंने कहा है, “जैसा कि 1999 के बाद पहली बार मध्य प्रदेश ने क्वालीफाई किया है, इस बात का सस्पेंस दर्शकों के लिए देखने के लिए एक निश्चित रोमांच है कि क्या वे मुंबई के खिलाफ जीतेंगे और अपनी पहली ट्रॉफी हासिल करेंगे। सर्वश्रेष्ठ टीम की जीत हो!!”
बताते चलें कि सेमीफाइनल मुकाबले में मध्यप्रदेश ने 174 रन से बंगाल को हराकर इतिहास रच दिया। 23 साल में पहली बार मध्यप्रदेश की टीम रणजी ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में पहुँची है। इस खबर ने पूरे मध्यप्रदेश में खुशी की लहर दौड़ा दी है।
मध्यप्रदेश ने बंगाल को 350 रन का लक्ष्य दिया था, लेकिन सेमीफाइनल के आखिरी दिन बंगाल अपनी दूसरी पारी में 175 रन पर ही सिमट गया। पहली पारी में 165 रन और दूसरी पारी में 21 रन जड़ने वाले हिमांशु मंत्री प्लेयर ऑफ द मैच रहे। पहले बल्लेबाजी करते हुए मध्यप्रदेश ने पहली पारी में 341 रन बनाए। हिमांशु के अलावा आकाश रघुवंशी ने 63 रन बनाए थे। इन दोनों के अलावा कोई भी बल्लेबाज नहीं चल पाया, लेकिन इसके बाद गेंदबाजों ने कमाल कर दिया और बंगाल की पहली पारी को 273 रन पर ही रोक दिया। कुमार कार्तिकेय, सारांश जैन और पुनीत दातेय तीनों को 3-3 सफलता मिली।
मध्यप्रदेश ने अपनी दूसरी पारी में रजत पाटीदार के 79 रन और कप्तान आदित्य श्रीवास्तव के 82 रन की पारी के दम पर 281 रन बनाए। बंगाल के गेंदबाज शहबाज अहमद और प्रमाणिक ने मध्य प्रदेश को सिर्फ 349 रन की ही बढ़त लेने दी, लेकिन बंगाल के बल्लेबाज इसका फायदा नहीं उठा पाए और पूरी टीम 175 रन पर ही सिमट गई। कुमार कार्तिकेय ने कोहराम मचाया और 67 रन पर 5 विकेट लिए। वहीं गौरव यादव ने 19 रन पर 3 विकेट लिए।
रणजी ट्रॉफी 2021-22 का फाइनल मुकाबला मुंबई और मध्य प्रदेश के बीच 22 जून यानि आज से बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में होगा। मध्य प्रदेश की टीम ने पहले सेमीफाइनल मुकाबले में बंगाल को हराया। दूसरी तरफ मुंबई ने दूसरे सेमीफाइनल में उत्तर प्रदेश के खिलाफ ड्रॉ खेला था। लेकिन पहली पारी में बनाई बढ़त के आधार पर खिताबी मुकाबले में अपना स्थान पक्का किया है।
मध्य प्रदेश ने एलीट ग्रुप-A में गुजरात और मेघालय के खिलाफ जीत दर्ज की थी। इसके अलावा मध्य प्रदेश ने केरल के खिलाफ ड्रॉ खेलकर नॉकऑउट स्टेज में अपनी जगह सुनिश्चित की थी। क्वार्टर फाइनल में मध्य प्रदेश ने पंजाब को 10 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का किया। बता दें कि मध्य प्रदेश अब तक रणजी ट्रॉफी का खिताब नहीं जीत सका है, ऐसे में आदित्य श्रीवास्तव की कप्तानी में इस बार टीम कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी।