नीरज चोपड़ा (सौजन्य-एक्स)
स्पोर्ट्स डेस्क, नवभारत: भारत के दिग्गज भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के कोच क्लॉस बार्टोनिएट्ज अब उनका साथ छोड़ने वाले हैं। नीरज कई बड़े टूर्नामेंट में मेडल्स जीत चुके हैं। उन्हें सुपर स्टार बनाने में क्लॉस बार्टोनिएट्ज का बहुत बड़ा हाथ रहा है। वह जर्मनी के हैं और बायोमैकेनिक्स के एक्सपर्ट हैं। लेकिन अब उन्होंने नीरज से अलग होने का फैसला किया है।
क्लॉस बार्टोनिएट्ज साल 2019 से नीरज चोपड़ा के साथ बने हुए हैं। नीरज ने उनके नेतृत्व में कई बड़े टूर्नामेंट में भाग लिया और मेडल्स जीते हैं। जिसके टोक्यो ओलंपिक 2020 में गोल्ड मेडल और पेरिस ओलंपिक 2024 में सिल्वर मेडल भी शामिल है। लेकिन अब क्लॉस बार्टोनिएट्ज अपनी उम्र की वजह से नीरज का साथ छोड़ने वाले हैं।
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क्लॉस बार्टोनिएट्ज की उम्र 75 साल है। ऐसे में अब वह अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहते हैं। साथ ही वह अब नीरज के साथ अब देश-विदेश ट्रेवल करने में भी ज्यादा सक्षम नहीं हैं। जिसकी वजह से वह अपना पद छोड़ रहे हैं।
नीरज चोपड़ा के करियर को देखें तो वह काफी शानदार रहा है। नीरज अंडर-20 चैंपियनशिप में अपना कमाल दिखा चुके हैं। 2016 में हुए वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप में उन्होंने 86.48 मीटर दूर भाला फेंका था, जो एक जूनियर वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया था और उन्होंने गोल्ड जीता था। इसके बाद उन्होंने कभी वापस पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2018 में नीरज ने कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक भी जीता है।
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जानकारी के लिए बता दें कि नीरज चोपड़ा ने हाल ही खत्म हुए पेरिस ओलंपिक 2024 में सिल्वर मेडल जीता था। उसके बाद इस महीने की शुरुआत में उन्होंने डायमंड लीग फाइनल में दूसरे स्थान पर रहे थे। ब्रसेल्स में हुए डायमंड लीग के फाइनल में उन्होंने 87.86 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया था। जहां वह पहला स्थान हासिल करने से केवल 1 सेंटीमीटर के अंतर से चूक गए थे और उन्हें रजत पदक से ही संतुष्ट होना पड़ा था।