भारतीय टीम (सौजन्यः सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क, नवभारत: भारत बनाम बांग्लादेश के बीच खेली गई दो मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे और आखिरी मैच में रिकॉर्ड की झड़ी लग गई। इस मैच में रोहित का बल्ला गरजा तो यशस्वी का यश भी दुनिया ने देखा। बुमराह की स्विंग होती हुई गेंदों ने बांग्लादेशी बल्लेबाजों की नाक में दम किया तो अश्विन के स्पिन ने बैटर्स का दिमाग घुमा दिया। नतीजा ये हुआ कि बेनतीजा रुख वाले मैचा का नतीजा भी निकला वह भी भारत की जीत के साथ।
भारत और बांग्लादेश के बीच कानपुर में टी20 स्टाइल में खेले गए टेस्ट में कई रिकॉर्ड्स भी बने। इस मैच में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के 19 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए एक नया कीर्तिमान गढ़ दिया है। इसके साथ ही भारत ने श्रीलंका के साथ 1982 में खेले गए टेस्ट में बने रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है।
दरअसल, भारतीय टीम ने कानपुर टेस्ट की दोनों पारियों में 7.36 रन प्रति ओवर की गति से स्कोर किया। पहली पारी में तो भारत ने मुकाबले को टी20 के अंदाज में खेला था। यही वजह थी कि भारत ने शुरुआती तीन ओवर्स में बोर्ड पर 51 रन टांग दिए थे। वहीं, 10.1 ओवर में टीम इंडिया का स्कोर 100 हो गया था।
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इससे पहले जिम्बावे के खिलाफ साल 2005 में केपटाउन टेस्ट में दोनों पारियों में सबसे तेज स्कोर किया था। इस मैच में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने 6.80 रन प्रति ओवर बनाए थे। इसके अलावा इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ 2022 में 6.73 रन प्रति ओवर की गति से दोनों पारियों में रन स्कोर किए थे।
अब तक 16 टेस्ट मैचेस ऐसे हुए हैं, जिनमें किसी टीम ने दोनों पारियों में 5 रन प्रति ओवर से ज़्यादा की औसत से रन बनाए हैं। इनमें से सात जून 2022 के बाद से आए हैं। जिसमें 6 बार यह कारनामा इंग्लैंड ने किया है तो वहीं एक बार भारत ने भी ऐसा किया है। इससे पहले भारत ने साल 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में 5.3 रन प्रति ओवर बनाए थे।
इसके अलावा भारत और बांग्लादेश की बीच कानपुर में खेले गए टेस्ट में रन रेट के लिहाज से एक और कीर्तिमान गढ़ा गया है। इस मैच में ओवरऑल 4.39 रन प्रति ओवर रहा। इससे पहले भारत और श्रीलंका की बीच साल 1982 में चेन्नई के मैदान पर खेले गए मैच में 4.13 रन प्रतिओवर बने थे।